Mushroom farming in Rajouri: देश के दूसरे राज्यों की तरह जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भी बेरोजगार युवक आत्मनिर्भर बनने के रास्ते पर निकल रहे हैं. यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी (Rajouri) में जिले में बेरोजगार युवकों ने अब मशरूम की खेती शुरू की है और आमदनी का जरिया बना रहे हैं. जिले के बगनोती गांव के रहने वाले पवन कुमार (Pawan Kumar) मशरूम की खेती शुरू करने के बाद यहां के युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत बन गए हैं. पवन कुमार ने बताया कि उसने पहले मुर्गी पालन का काम शुरू किया और बाद में मशरूम उगाने का काम भी शुरू किया.
पवन कुमार ने बताया कि खाद के बच जाने के बाद वे इससे दूसरी सब्जियां भी उगाते हैं. पवन कुमार पोस्ट ग्रेजुएट हैं और घर की आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने के कारण उन्हें यह काम शुरू करना पड़ा. इसके माध्यम से वे 15 से 20 अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं. पवन की तरह ही राजौरी में कई ऐसे युवा हैं, जिन्होंने इसी तरह अपना काम शुरू किया है. इसके लिए कृषि विभाग से भी उन्हें सहायता देने की बात कही जा रही है.
मशरूम की खेती करने वालों की करेंगे मदद: कृषि अधिकारी
कृषि अधिकारी अनिता शर्मा ने बताया कि मशरूम की खेती करने वाले लोगों की हम हर संभव मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि जो लोग भी मशरूम की खेती कर रहे हैं वे दूसरे लोगों को भी इसमें काम दे रहे हैं. करण नाम के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पवन कुमार अपनी खाद खुद तैयार करते हैं और 15-20 लोगों को रोजगार देकर बड़े पैमाने पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पवन भी उन युवाओं की तरह हैं, जिन्होंने दूर-दराज के इलाकों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में अपना व्यवसाय शुरू किया है.
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