Jammu Kashmir Latest News: नेशनल कांफ्रेंस (Jammu & Kashmir National Conference) के एक सांसद ने गुरुवार (25 जुलाई) को अफसोस जताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में कोई निर्वाचित सरकार नहीं है और लोग नौकरशाहों की दया के भरोसे हैं. केंद्रीय बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद मियां अल्ताफ अहमद (Mian Altaf Ahmed) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लोगों से सलाह लेनी चाहिए थी.


उन्होंने कहा कि "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले सात सालों से जम्मू-कश्मीर में कोई निर्वाचित सरकार नहीं है. पिछले 10 सालों से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं. हम नौकरशाहों की दया के भरोसे हैं. सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रही है और ठेकेदारों के बिल लंबित हैं."


मियां अल्ताफ अहमद ने उठाया ये मुद्दा
मियां अल्ताफ अहमद ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर जम्मू-कश्मीर की तरह शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की स्वायत्तता को खत्म करने का आरोप लगाया. उन्होंने श्रीनगर और दिल्ली के बीच विमान टिकट बहुत महंगे होने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर के आम लोगों के लिए आपात स्थिति में यात्रा करना मुश्किल हो रहा है.


वहीं 23 जुलाई को नेशनल कांफ्रेंस नेता अब्दुल्ला ने कहा था कि "हमारी पार्टी पहले बजट को पढ़ेगी. हम देखेंगे कि इस बजट में जम्मू-कश्मीर की बेरोजगारी, बिजली-पानी पर ध्यान दिया गया है या नहीं. अगर बजट निराशाजनक होता है तो हमारी पार्टी के दो सांसद इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे."


जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने 'नेमप्लेट' विवाद पर भी बयान दिया था. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा "सरकार को ऐसा आदेश नहीं देना चाहिए था. यदि जम्मू-कश्मीर की बात करें तो यहां मुस्लिमों के बिना अमरनाथ यात्रा मुमकिन नहीं है." 


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