कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) आजकल जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के दौर पर हैं. वो 15 सितंबर तक राज्य में रहेंगे. इस दौरान वो समाज के अलग हिस्से के लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. कांग्रेस में करीब पांच दशक तक राजनीति करने वाले आजाद ने नई राजनीतिक पार्टी (New Political Party) बनाने का ऐलान किया है. मंगलवार को भी उन्होंने अपने जम्मू आवास पर लोगों और प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की.
जम्मू में की जनसभा
कांग्रेस छोड़ने के बाद आजाद ने रविवार को पहली बार एक जनसभा को संबोधित किया. इस रैली में उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी को शहंशाही मुबारक हो. इस अनुभवी नेता ने अभी तक अपनी पार्टी का नाम तो नहीं घोषित किया है, लेकिन वो अपना एजेंडा धीरे-धीरे सार्वजनिक कर रहे हैं. उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य के दर्जा की बहाली, जमीन की सुरक्षा और स्थानीय लोगों की नौकरी के अधिकार उनकी प्राथमिकता हैं. पार्टी की विचारधारा के सवाल पर आजाद ने एबीपी से कहा था, ''कांग्रेस से तंग आ कर लोग दूसरी पार्टियों में जा रहे थे, उन्हें रोकने के लिए नई पार्टी बना रहा हूं. कहीं और क्यों जाना! विचारधारा वही रहेगी, नया घर बनाएंगे.''
आजाद के जम्मू गांधी नगर स्थित आवास पर उनसे मिलने आने वाले लोग उनसे अपने मुद्दों के समाधान के लिए उनका सहयोग चाह रहे हैं. इन लोगों में पीड़ित लोगों से लेकर राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता तक शामिल हैं. इनमें से कई लोग आजाद को उनकी नई पार्टी के लिए समर्थन देने भी आते हैं. आजाद इन दिनों ऐसे ही लोगों से मिलने में व्यस्त हैं.
आजाद ने कब छोड़ी कांग्रेस
गुलाम नबी आजाद ने करीब पांच दशक तक कांग्रेस की राजनीति की. उन्होंने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. इसके लिए उन्होंने पांच पन्ने की एक चिट्ठी लिखी थी.उन्होंने इस चिट्ठी में कांग्रेस नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. आजाद के इस्तीफे के बाद जम्मू कश्मीर कांग्रेस के कई नेताओं ने उनके समर्थन में इस्तीफा दे दिया था. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में और कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ सकते हैं.
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