Jammu-Kashmir News: जम्मू एवं कश्मीर के गांदरबल के विंधामा इलाके में कश्मीरी पंडितों के निर्माणाधीन आवासों का काम तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि ये रिहायशी क्वार्टर (घर) बहुत जल्द पूरे हो जाएंगे. उल्लेखनीय है कि कश्मीरी पंडितों पर हमले के बाद इन रिहायशी क्वार्टरों पर काम की गति तेज कर दी गई है. मिली जानकारी के अनुसार गांदरबल जिले के विंधामा क्षेत्र में 192 फ्लैट बनाने की योजना है, जिनमें से अधिकांश पूरे हो चुके हैं. 


2019 में शुरू हुए इस ट्रांजिट कैंप का काम अनुच्छेद 370 के खत्म होने और वैश्विक महामारी के कारण बने हालात से काफी प्रभावित हुआ था, लेकिन 2020 से यह काम दोबारा शुरू किया गया. इस साल कश्मीरी पंडितों पर हुए हमलों के बाद इन ट्रांजिट कैंपों पर काम की गति तेज हो गई है. लोक निर्माण विभाग के अनुसार, गांदरबल के विंधामा में निमार्णाधीन ट्रांजिट कैंप के 12 भवन ढांचों का बुनियादी काम पूरा हो चुका है, जबकि तीन ब्लॉक का काम पूरा होने वाला है. एक अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में एक चार मंजिला इमारत है जिसमें प्रत्येक मंजिल में चार फ्लैट हैं, प्रत्येक ब्लॉक में कुल 16 फ्लैट हैं.


यहां लगभग 192 परिवार रहेंगे
यह सरकारी क्वार्टर (ट्रांजिट कैंप) 30 कनाल को कवर करता है और इसमें लगभग 192 परिवारों के रहने की उम्मीद है. गौरतलब हो कि कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए शोपियां, बारामूला, बडगाम और गांदरबल जिलों समेत कई जगहों पर रिहायशी क्वार्टर बनाए जा रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक, सभी क्वार्टरों पर काम की गति तेज कर दी गई है और इन्हें बहुत जल्द पूरा कर लिया जाएगा. वहीं कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन 'कश्मीर फाइट' ने कश्मीरी पंडित समुदाय के सरकारी कर्मचारियों को लेकर धमकी दी है. आतंकी संगठन ने पहले के मुकाबले ज्यादा टारगेट किलिंग की बात एक एक चिट्ठी के जरिये कही है. इसमें कहा गया है कि 'कश्मीरी पंडितों की ट्रांजिट कॉलोनियों को 'कब्रिस्तान' में बदल देंगे.'



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