Bharat Jodo Yatra: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने कहा है कि, 'हम विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के आगे हाथ नहीं फैलाएंगे. हम भिखारी नहीं है.' उन्होंने यह भी कहा है कि, 'जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीना नहीं जाना चाहिए था.' कांग्रेस का साथ पाकर जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री रह चुके उमर अब्दुल्ला का ये बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर में हैं और 30 जनवरी को राहुल गांधी श्रीनगर में रैली करने वाले हैं. बीजेपी की वर्तमान सरकार की आलोचना करते हुए उमर अब्दुल्ला का दर्द छलक आया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 377 को समाप्त करने के मुद्दे पर कहा कि 370 की लड़ाई हम अदालत में लड़ेंगे.


'हमसे राज्य का दर्जा छीना नहीं जाना चाहिए था'


प्रदेश के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री रहे उमर अब्दुला ने कहा कि हमसे राज्य का दर्जा छीना नहीं जाना चाहिए था. आठ साल से यहां चुनाव नहीं हुए हैं. BJP वाले चाहते हैं कि हम विधानसभा चुनाव के लिए भीख मांगे लेकिन हम भिखारी नहीं हैं. हम चुनाव के लिए हाथ नहीं फैलाएंगे. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इसका पैगामा जम्मु कश्मीर के लिए जरूरी है, जितना पाकिस्तान के लिए है.


राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए उमर


प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कश्मीर में लोकतंत्र की कमी बताते हुए राहुल गांधी की तारीफ की. बनिहाल से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए उमर अब्दुला ने कहा कि अभी जन आंदोलन की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि इस समय पीपुल्स मूवमेंट ज्यादा जरूरी है. कश्मीर में जम्हूरियत की भी कमी है. राहुल गांधी वाकई भारत को जोड़ना चाहते है,इनका रवैया साफ है, यह यात्रा राहुल गांधी ने अपनी इमेज बनाने की बजाय इस मुल्क के लिए जुड़े है. हम में से बहुत से लोग है तो आज के भारते के हालात  से परेशान है. लोकसभा और राज्यसभा में एक भी मुसलमान सदस्य नहीं है. उमर ने दोहराया कि आठ साल हो गए हैं लेकिन प्रदेश में चुनाव नहीं हुए हैं, लेकिन हम असेम्बली इलेक्शन के लिए हाल नहीं फैलाएंगे. उन्होंने विवादित बयान देने से बचते हुए कहा कि हमने कभी सर्जिकल स्टॅाइक को लेकर बात कभी नहीं की.

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