Jammu Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने शुक्रवार (26 मई) को कहा कि नया संसद भवन स्वागत योग्य है और यह भव्य दिखता है. उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे वक्त की है, जब उनकी पार्टी समेत विपक्ष के कई दलों ने नये संसद भवन (New Parliament Building) के उद्धाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. अब्दुल्ला ने कहा कि जब वह लोकसभा सदस्य थे, तब उनके कई सहकर्मी एक नये और बेहतर संसद भवन की जरूरत को लेकर अक्सर बातें किया करते थे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने एक ट्वीट में कहा, 'इसके उद्घाटन को लेकर मचे घमासान को कुछ क्षणों के लिए एक तरफ रख देते हैं. यह (नया संसद भवन) स्वागत करने योग्य है. पुराने संसद भवन का शानदार योगदान रहा है, लेकिन वहां कुछ वर्षों तक काम करने वाले व्यक्ति के तौर पर, हममें से बहुत से लोग नये और बेहतर संसद भवन की जरूरत के बारे में अक्सर आपस में बात करते थे.' उन्होंने कहा कि 'देर आये दुरुस्त आये, और यह (नया संसद भवन) भव्य दिखती है.'
21 विपक्षी दलों ने उद्घाटन के बहिष्कार किया है एलान
कांग्रेस, वाम दल, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी, समेत 21 विपक्षी दलों ने ऐलान किया है कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नये संसद भवन का उद्धाटन किये जाने का बहिष्कार करेंगे. विपक्षी दलों के संयुक्त पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में नेशनल कॉन्फ्रेंस भी शामिल है. विपक्षी दल नया संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करवाने की मांग कर रहे हैं. विपक्षी दलों का कहना है कि राष्ट्रपति से उद्घाटन न करवाना संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है. बीजेपी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उद्घाटन समारोह में न बुलाकर उनके पद का अपमान करने पर तुली है.
नए संसद भवन की ये है खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 नए संसद भवन के निर्माण की आधारशिला रखी थी. इसके लिए राज्यसभा और लोकसभा ने 5 अगस्त 2019 को बाकायदा गुजारिश की थी. निर्माण कार्य शुरु होने पर इसकी लागत 861 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन निर्माण कार्य पूरा होते- होते इसकी लागत 1200 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. पुरानी बिल्डिंग की तरह ही नए इमारत में भी लोकसभा और राज्यसभा के लिए दो अलग-अलग चेंबर होंगे.
नए संसद भवन के लोकसभा चेंबर में जहां एक साथ 888 सदस्य सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. वहीं राज्यसभा के चेंबर में एक साथ 384 सदस्य बैठ सकेंगे. पुरानी बिल्डिंग में संयुक्त सत्र का आयोजन सेंट्रल हॉल में किया जाता था, लेकिन नए इमारत में इसका आयोजन लोकसभा चेंबर में किया जाएगा, जिसमें जरूरत पड़ने पर एक साथ 1280 सांसद बैठ सकेंगे.
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