Jammu and Kashmir News: शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट के नाम बदलने पर लोगों में नाराजगी, प्रशासन ने दी ये सफाई
शेर-ए-कश्मीर इंस्टिटयुट ऑफ मेडिकल साइंसेज का नाम हेपेटाइटिस जागरूकता प्रोग्राम के समय श्री कृष्णा इंस्टिट्युट ऑफ मेडिकल साइंसेज लिखने से घाटी के नेताओं और लोगों की भौंहें चढ़ी हुई नज़र आयी.
Sher-I-Kashmir Institute Of Medical Sciences: कश्मीर में ज्यादातर जगहों पर तापमान एक डिग्री सेल्सियस के आसपास है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एक दस्तावेज ने घाटी के लोगों का तापमान को बढ़ा दिया. दरअसल स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दस्तावेज में कश्मीर के एक प्रमुख मेडिकल संस्थान का नाम भगवान श्री कृष्ण के नाम पर बदला हुआ पाया गया. मामला इतना गर्म हुआ कि अंत में प्रशासन को इस संदर्भ में स्पष्टीकरण तक जारी करना पड़ गया.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वेबसाइट पर एक हेपेटाइटिस जागरूकता प्रोग्राम की सहायता के लिए एक दस्तावेज जारी किए गया था. मिली जानकारी मुताबिक इस दस्तावेज में जब कश्मीर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का नाम “श्री कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज” के नाम पर बदला हुआ पाया गया. बता दें कि इस मेडिकल संस्था का नाम इसके संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख अब्दुल्लाह के नाम पर रखा गया है, जिन्हें घाटी के लोग शेर-ए-कश्मीर कह कर बुलाते हैं.
मामला बढ़ते देख जम्मू में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक यासीन चौधरी ने शुरुआत में तो इस पूरे मामले को फर्ज़ी और भ्रामक बताया. लेकिन बाद में चौधरी ने मीडिया को दिए अपने बयान में इसे स्वीकारते हुए कहा, इस पूरे मामले को एक लिपिकीय अशुद्धि बताया. “जिन दस्तावेजों में मंत्रालय की ओर से गलतियां हुई थीं उन्हें हटा दिया गया है. ये गलतियां केवल पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन में हुई एक चूक के कारण हुई हैं. अतः लोगों से अनुरोध है कि वे इसे सीरीयस न लें.”
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