जम्मू-कश्मीर में शुरू होगी मंत्रिमंडल की लड़ाई? उमर अब्दुल्ला ने बताया- शपथ ग्रहण में लगेगा समय
Jammu Kashmir News: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने समर्थन पत्र सौंपने के बाद कहा, 'कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर कोई दबाव नहीं डाला है और कैबिनेट पदों की संख्या कोई मुद्दा नहीं है.'
Jammu Kashmir Politics News: जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और उमर अब्दुल्ला ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सस्पेंस अभी भी बरकरार है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा, "सरकार गठन में दो-तीन दिन का समय लगेगा. यह एक लंबी प्रक्रिया होगी, क्योंकि यहां केंद्र का शासन है."
उन्होंने कहा, "उपराज्यपाल पहले राष्ट्रपति भवन और फिर गृह मंत्रालय को दस्तावेज भेजेंगे. हमें बताया गया है कि इसमें दो से तीन दिन का समय लगेगा, इसलिए अगर यह मंगलवार से पहले होता है, तो हम बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह करेंगे." हालांकि, गठबंधन सहयोगियों के बीच मंत्रिमंडल का बंटवारा और साझा कार्यक्रम अभी तय होना बाकी है. गठबंधन में शामिल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और सीपीआईएम की अब तक कोई संयुक्त बैठक नहीं हुई है.
कांग्रेस ने क्या कहा?
वहीं चार निर्दलीय और आप उम्मीदवार के शामिल होने से मंत्रिमंडल में जगह के लिए भी लड़ाई शुरू हो सकती है. इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने समर्थन पत्र सौंपने के बाद कहा, "कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर कोई दबाव नहीं डाला है और कैबिनेट पदों की संख्या कोई मुद्दा नहीं है." हालांकि, क्रेरी से पार्टी विधायक इरफान हाफिज ने अकेले ही कैबिनेट में अधिक पदों के लिए दावा पेश करते हुए कहा, "गठबंधन बीजेपी को दूर रखने के लिए किया गया था और जीती गई सीटों की संख्या के आधार पर नहीं गिना जाएगा."
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री के अलावा सिर्फ नौ मंत्री हो सकते हैं. जबकि कांग्रेस द्वारा दो कैबिनेट पद और स्पीकर के पद की मांग के साथ बातचीत कठिन हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने स्पीकर और एक कैबिनेट मंत्री का पद कांग्रेस को देने पर सहमति जताई है, जबकि वह जम्मू क्षेत्र से कम से कम एक निर्दलीय को भी शामिल करना चाहती है.
बता दें अब तक मंत्रियों की संभावित सूची में नेशनल कॉन्फ्रेंस से अब्दुल रहीम राथर, अली मोहम्मद सागर, डॉ बशीर वीरी और सुरेंद्र चौधरी और कांग्रेस से तारिक हमीद कर्रा और गुलाम अहमद मीर शामिल हैं. सीपीआईएम मोहम्मद यूसुफ तारिगामी और एक निर्दलीय भी मैदान में हैं, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार का चयन करना भी एक मुश्किल काम हैय
निर्दलीय विधायकों में कौन-कौन?
नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा जीती गई 42 सीटों में से केवल दो हिंदू चेहरे हैं, जिसमें नौशेरा सीट से सुरिंदर चौधरी और रामबन सीट से अर्जुन सिंह राजू हैं. वहीं कांग्रेस के सभी हिंदू उम्मीदवार हार गए. वहीं जम्मू क्षेत्र से जीत पांच निर्दलीय उम्मीदवारों में सतीश शर्मा (छंब), डॉ. रोमेश्वर सिंह (बनी), प्यारे लाल शर्मा (इंदरवाल), चौधरी मोहम्मद अकरम (सूरनकोट) और मुजफ्फर खान (थन्नामंडी) का नाम शामिल है.