Jammu Kashmir Snowfall: कश्मीर के मैदानी इलाकों में आफत की बर्फबारी हुई. शुक्रवार और शनिवार को बर्फबारी ने ठंड को और बढ़ा दिया. बर्फबारी के बाद दूर दराज इलाकों में पानी का संकट पैदा हो गया. अनंतनाग के खैरम अश्दर गांव में पानी की जरूरतों को पूरा करने का सिर्फ दो विकल्प बचा है.
पहला 2 किमी पैदल चलकर जंगल के रास्ते चश्मे से पानी की व्यवस्था करना और दूसरा घर के बाहर जमी बर्फ को आग से पिघलाकर पानी बनाना. महिलाओं को पानी की जरूरत पूरी करने के लिए दोनों विकल्प अपनाने पड़ रहे हैं.
जंगल के रास्ते चश्मे से पानी लाने में महिलाओं को दो घंटे लग जाते हैं. एक बार में पानी का दो बर्तन ही महिलाएं उठा कर ला सकती हैं. खत्म होने पर दोबारा पानी के लिए जाना पड़ता है. ऐसा करने में 5 से 6 घंटे लग जाते हैं. उन्होंने कहा कि बर्फबारी के बाद जंगल में पानी का बहाव भी बेहद कम हो गया है. पानी के लिए महिलाएं बर्फ को बर्तन में भरकर चूल्हे पर पिघलाती हैं. बर्फ के पानी में बदलने पर इस्तेमाल किया जाता है.
कश्मीर में ठंड के बीच बर्फबारी ने बढ़ायी लोगों की मुसीबत
पानी पीने, खाना पकाने और नहाने में काम आता है. हालांकि बर्फ को उबालकर पानी पीने से कई बीमारियों का भी खतरा रहता है. महिलाओं ने बताया कि बच्चों के सीना में कफ जम जाता है. खांसी की भी समस्या पैदा होती है. मजबूरी में पानी बच्चों को भी लाना पड़ता है. महिलाओं का काम अब बर्फ लाकर पिघलाना रह गया है. उन्होंने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई. चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि वोट मांगने आते हैं. बड़ी बड़ी घोषणाएं भी करते हैं. चुनाव जीतने के बाद लोगों की समस्याएं जस की तस बरकरार रहती हैं. महिलाओं ने सरकार से पानी का व्यवस्था करने की मांग की.
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