Kashmir Snowfall : जम्मू कश्मीर में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया है। यातायात विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित था. शनिवार को मौसम में सुधार होने के बाद इसे फिर से बहाल कर दिया गया.
सड़क पर जम गयी थी बर्फ की मोटी परत
यातायात विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि काजीगुंड-बनिहाल खंड के बीच सड़क पर बर्फ की मोटी परत जम गयी थी. इस कारण यहां से गुजरना मुश्किल था. वहीं रामबन सेक्टर में कई जगहों पर कीचड़ जम गया था. कई जगहों पर भूस्खलन भी हो गया था. इस कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया था.
सड़क से हटाया गया कीचड़ और मलबा
अब काजीगुंड-बनिहाल खंड में सड़क पर से कीचड़ हटा दी गयी है. रामबन सेक्टर में भी सड़क से कीचड़ और मलबा हटा दिया गया है. इसके बाद लगभग 11 बजे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया. हालांकि, अभी तक हल्के मोटर वाहनों को ही इस राजमार्ग पर जाने की अनुमति दी गयी है. कुछ घंटों के बाद भारी वाहनों को भी यहां से गुजरने की अनुमति दे दी जाएगी. इसके लिए सड़क को साफ करने का काम अब भी जारी है.
वैष्णो देवी मंदिर और पटनीटॉप हिल रिजॉर्ट में बर्फबारी
यातायात विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि माता वैष्णो देवी मंदिर और पटनीटॉप हिल रिजॉर्ट सहित कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों और जम्मू के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हुई है. इस बीच रामबन और उधमपुर नगर सहित जम्मू संभाग के अन्य मैदानी क्षेत्रों में भी शुक्रवार को बारिश हुई. मेहर, कैफेटेरिया मोड़ और पंथियाल में पहाड़ों से पत्थर गिरने और फिसलन के कारण राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया था.
सुबह से ही जुट गये थे यातायात विभाग के कर्मचारी
अधिकारियों ने कहा कि मौसम में सुधार के साथ शनिवार की सुबह सड़क को साफ करने का अभियान तेज कर दिया गया. इसके बाद 11 बजे के आसपास राजमार्ग को वाहनों के आवागमन के लिए फिर से खोल दिया गया. किश्तवाड़ के पाडर क्षेत्र में केवल उस एंबुलेंस को शुक्रवार देर शाम गंतव्य की ओर जाने की अनुमति दी गई, जिसमें गांदेरबल जिले में हिमस्खलन में मारे गए दो मजदूरों के शवों को ले जाया जा रहा था. गौरतलब है कि श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर ज़ोजिला सुरंग पर काम करने वाली हैदराबाद की एक निर्माण कंपनी के इन दोनों मजदूरों की 12 जनवरी को हिमस्खलन में मौत हो गई थी.