'पाक की साजिश को करेंगे नाकाम', किश्तवाड़ में साथियों की हत्या के बाद बोले विलेज डिफेंस गार्ड्स
Jammu News: सुरक्षा बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ड्यूटी करने वाले ग्राम रक्षा गार्ड्स आतंकवादियों का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार हैं. उन्होंने किश्तवाड़ में दो साथियों की हत्या पर शोक प्रकट किया.
Jammu Kashmir News: किश्तवाड़ में गुरुवार को दो विलेज डिफेंस गार्ड्स की अगवा कर हत्या कर दी गयी थी. सनसनीखेज वारदात के बावजूद विलेज डिफेंस गार्ड्स भयभीत नहीं हैं. पहले की तरह सुरक्षा बलों के साथ ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं. उनका कहना है कि मौका मिलने पर साथियों की शहादत का बदला लेंगे. पाकिस्तान की हर नापाक साजिश को नेस्तनाबूद कर देंगे. बता दें कि मृतकों की पहचान नसीर अहमद और कुलदीप कुमार के रूप में हुई थी. दोनों ग्राम रक्षा गार्ड को अगवा कर मौत के घाट आतंकवादियों ने उतार दिया था.
आतंकी घटना से सनसनी फैल गयी थी. घटना की सभी राजनीतिक दलों ने निंदा की. लोगों ने भी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. साथियों की हत्या से प्रदेश के 4000 ग्राम रक्षा गार्ड बेहद गुस्से में हैं. हालांकि हौसले में कमी नही आयी है. जम्मू में पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात ग्राम रक्षा गार्ड रोजाना की तरह सुरक्षा बलों के साथ ड्यूटी कर रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ग्राम रक्षा गार्ड एरिया डोमिनेशन के साथ पाकिस्तान की हर नापाक साजिश पर नजर रखते हैं.
दो साथियों की हत्या के बावूजद भयभीत नहीं हैं ग्राम रक्षा गार्ड
जम्मू में ग्राम रक्षा गार्ड नरेश कुमार साथियों की शहादत पर दुख जताते हुए देश सेवा के लिए 24 घंटे तैयार रहने की बात कही. नरेश कुमार का गांव भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगा है. आए दिन इलाके में पाकिस्तान की तरफ से नापाक हरकत होती है. नरेश के मुताबिक इलाके में पाकिस्तान ड्रोन भेज चुका है. पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादियों के घुसपैठ का भी खतरा बना रहता है. उन्होंने कहा, "हम पाकिस्तान की ड्रोन वाली साजिश पर नजर रखते हैं.
गांव में अजनबी के दिखाई देने की सूचना पुलिस और सुरक्षा बलों को देते हैं. पाकिस्तान की करतूत पर नजर रखने के लिए हम इलाके में गश्त भी करते हैं." दूसरे ग्राम रक्षा गार्ड अजय कुमार का कहना है कि हाल में सरकार ने आधुनिक हथियार उपलब्ध कराये हैं. अब हम आधुनिक एसएलआर से आतंकियों का मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं.
शनिवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविंद्र रैना भी किश्तवाड़ पहुंचे. उन्होंने ग्राम रक्षा गार्ड्स से मुलाकात कर सुरक्षा में योगदान की सराहना की. गौरतलाब हि का जम्मू कश्मीर में ग्राम रक्षा गार्ड की शुरुआत 1990 के दशक में हुई थी. 1990 के दशक में जम्मू कश्मीर आतंकवादियों की लिस्ट में आ गया था. मूल रूप से ग्राम रक्षा गार्ड जम्मू कश्मीर के दूरदराज और सीमावर्ती इलाकों में तैनात सुरक्षा बलों का सहयोग करते हैं.
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