(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kathua Rape Murder Case: कठुआ रेप मामले में आरोपी शुभम सांगड़ा के खिलाफ चार्जशीट फाइल, सुप्रीम कोर्ट ने घोषित किया था बालिग
Kathua Rape Case: चार्जशीट कठुआ में सेशन कोर्ट को सौंपी गई थी. अब मामले में सुनवाई की अगली तारीख 24 जनवरी तय की गई है. यह सनसनीखेज मामला 2018 का है, जब एक 8 साल की मासूम के साथ हैवानियत की गई थी.
Kathua Rape And Murder Case: कठुआ रेप और मर्डर मामले में आरोपी शुभम सांगड़ा, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने एडल्ट घोषित किया था, उसके खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट फाइल की है. साल 2018 में आठ साल की बच्ची से सामूहिक बलात्कार और हत्या के सनसनीखेज मामले में शुभम संगरा के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी गई है. केस का ट्रायल पंजाब के पठानकोट में शुरू होने की संभावना है. क्राइम ब्रांच ने हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट पेश की है.
आरोपी को बालिग मानकर सुनवाई करने का आदेश
जानकारी के लिए बता दें कि साल 2018 में जम्मू और कश्मीर के कठुआ में हुए गैंग रेप कांड पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम आदेश दिया था. शीर्ष कोर्ट ने कहा कि कठुआ कांड के आरोपी शुभम सांगड़ा को बालिग माना जाएगा और उसी के हिसाब से आगे की सुनवाई और कार्रवाई होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी सांगड़ा को रेप के समय नाबालिग मानने से इनकार कर दिया है. इसके के साथ हाई कोर्ट और लोअर कोर्ट का फैसला पटल गया. आरोपी शुभम सांगड़ा के खिलाफ एडल्ट के रूप में ही केस आगे चलाने की की बात कही जा रही है. ऐसे में निचली अदालत के नाबालिग मानने के फैसलो को एससी ने खारिज कर दिया है.
2020 में चाइल्ड कोर्ट में सुनवाई पर लगी थी रोक
गौरतलब है कि फरवरी 2020 में कठुआ गैंगरेप और मर्डर केस में ही एक आरोपी पर चिल्ड्रेन कोर्ट में सुनवाई रोक दी गई थी. जम्मू और कश्मीर सरकार ने हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील की थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला लिया था. डिस्ट्रिक्ट और हाई कोर्ट ने भी आरोपी को नाबालिग माना था. इसके बाद राज्य सरकार ने नगरपालिका और स्कूल रिकॉर्ड खंगाले और दोनों के बीच आ रहे डिफरेंस का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी.
क्या है कठुआ गैंगरेप और मर्डर मामला?
मालूम हो, 10 जनवरी साल 2018 में कठुआ के रसाना गांव में एक आठ साल की बच्ची लापता हो गई थी. काफी तलाशा गया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला, जिसके दो दिन बाद, 12 जनवरी 2018 को हीरानगर थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया. बच्ची के लापता होने के 7 दिन बाद, जंगल में उसका शव मिला, जो क्षत-विक्षत हालत में था.
18 जनवरी को आरोपी का सुराग लगा और उसे पकड़ लिया गया. 22 जनवरी को केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया.
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