Lok Sabha Election 2024: मुस्लिम नेताओं को टिकट न देने को लेकर शाहनवाज हुसैन बोले- 'BJP सबका ख्याल रखेगी'
Lok Sabha Chunav 2024: बीजेपी नेता सैयद शाहनवाज हुसैन से जम्मू में पत्रकारों ने पार्टी की ओर से बेहद कम मुस्लिम नेताओं को टिकट दिए जाने के विषय में सवाल पूछा, जिसका उन्होंने बड़ी साफगोई से जवाब दिया.
Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी नेता सैयद शाहनवाज हुसैन (Syed Shahnawaz Hussain) ने कहा कि उनकी पार्टी मुसलमानों का ख्याल रखेगी, भले ही इसने लोकसभा चुनाव में कुछ मुस्लिम उम्मीदवार ही उतारे हैं. शाहनवाज ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व वाली सरकार का उद्देश 'सबका साथ सबका विकास' करना है जिसमें भेदभाव की कोई जगह नहीं है. शाहनवाज बीजेपी प्रत्याशियों केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर के समर्थन में आयोजित बैठकों में शामिल होने जम्मू आए थे. कार्यक्रम के बाद उन्होंने पत्रकारों से भी बात की.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पीएम और सीएम का पद जाति और धर्म के आधार पर तय नहीं किया जाता है. यह महत्वपूर्ण है कि ऐसे पद पर बैठने वाले ईमानदारी और समानता के भाव के साथ काम करते हैं और हम पीएम मोदी के नेतृत्व से खुश हैं जो कि बिना भेदभाव सभी के साथ काम कर रहे हैं. शाहनवाज ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह सच है कि हमने उत्तर में मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारे हैं लेकिन हमारी सरकार 'सबका साथ सबका विकास' के तहत इस समुदाय का ख्याल रखेगी.
संविधान नहीं देता धर्म के आधार पर टिकट देने की इजजात- शाहनवाज
उन्होंने कहा कि पार्टी ने एम अब्दुल सलाम को दक्षिण के मालाप्पुरम से प्रत्याशी बनाया है. पीएम नरसिम्हा राव के शासनकाल में लोकसभा और कैबिनेट में मुसलमानों का प्रतिनिधित्व सबसे ज्यादा था तो क्या मुस्लिम उन्हें बहुत सम्मान से देखते थे. हमारा संविधान धर्म के आधार पर टिकट देने या आरक्षण की घोषणा करने का अधिकार नहीं देता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेवजह यह मुद्दा उठा रही है.
तानाशाही का दूसरा नाम कांग्रेस- शाहनवाज
शाहनवाज ने कहा कि पीएम मोदी को सभी मुसलमान प्यार करते हैं और मुसलमान जानते हैं कि उन्हें भारत जैसा देश नहीं मिल सकता और हिंदू जैसा दोस्त नहीं मिल सकता और मोदी जैसा नेता नहीं मिल सकता. कांग्रेस द्वारा पीएम मोदी पर तानाशाही के आरोप लगाने पर शाहनवाज ने कहा कि तानाशाह हमारे शब्दकोष में नहीं है. कांग्रेस को इसके लिए पेटेंट मिला है और इसने शब्दकोष से हटाकर आपातकाल के दौरान अपने दफ्तर भेज दिया था. तानाशाही का दूसरा नाम कांग्रेस है.