Mata Vaishno Devi : माता वैष्णो देवी देश के पवित्रतम धार्मिक स्थानों में स्थित है. ये जम्मू में कटरा से करीब 14 किमी की दूरी पर त्रिकुटा पर्वत पर स्थित है. हिंदु मान्याताओं में इस मंदिर को माता रानी और वैष्णवी के नाम से भी जाना जाता है. वैष्णो देवी के शक्तिपीठ को सबसे दिव्य माना गया है. हालांकि माता के स्थल पर स्थिति सबसे पूरानी गुफा केवल कुछ महीनों के लिए खुलती है. 



किसकी पुत्री थीं वैष्णों माता
ऐसी मान्यता है कि वैष्णो माता का जन्म दक्षिणी भारत में रत्नाकर के घर हुआ था. माता के जन्म से पहले उनके माता-पिता लंबे समय तक नि:संतान रहे. बताया जाता है कि माता का जन्म होने से एक रात पहले उनके माता ने वचन लिया था. उनका वचन था कि वो बालिका जो भी चाहे वे उसके रास्ते में नहीं आएंगी. बचपन में माता का नाम त्रिकुटा था. बाद में उनका जन्म भगवान विष्णु के वंश से हुआ, जिसके कारण उनका नाम वैष्णवी पड़ा.

श्री राम ने क्या दिया था वचन
त्रिकुटा ने 9 साल की उम्र में पिता से तपस्या की अनुमति मांगी. वो समुद्र के किनारे तपस्या करना चाहती थीं. उन्होंने राम के रुप में भगवान विष्णु की आराधना की. जब सीता की खोज में श्री राम समुद्र तट पर पहुंचे तो उनकी नजर तपस्या में लीन त्रिकुटा पर पड़ी. तब त्रिकुटा ने श्री राम को बताया कि उन्हें मैं पति के रुप में स्वीकार कर ली हूं. तो श्री राम ने इस अवतार में सीता के प्रति केवल प्रतिबंध होने की बात कही. कहा जाता है कि तभी श्री राम ने उसे वचन दिया कि वे कलियुग फिर से प्रकट होकर अपने वचन को पूरा करेंगे. 


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