Jammu Kashmir News: पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने गुरुवार को अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया. यहां 7 मई को तीसरे चरण के चुनाव होने हैं. इस दौरान पीडीपी (PDP) के कई नेता और महबूबा के समर्थक मौजूद थे. अनंतनाग के उपायुक्त और रिटर्निंग ऑफिसर सैयद फखरुद्दीन के सामने उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया. बाद में महबूबा ने पत्रकारों से बातचीत की और आम लोगों से अपील की कि वे चुनाव का बहिष्कार न करें क्योंकि यह चुनाव जम्मू-कश्मीर की गरिमा, पहचान और संसाधन के खिलाफ शुरू की गई लड़ाई को खत्म करने के लिए है.
महबूपा ने कहा कि ''मैं जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों से अपील करती हूं कि वे चुनावों का बहिष्कार न करें. दक्षिण कश्मीर में वे बहिष्कार करने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी साजिशों का पर्दाफाश होना चाहिए. उस उम्मीदवार को वोट दें जो आपको लगता है कि उत्पीड़न का शिकार लोगों और जेल में बंद लोगों की आवाज उठाएगा.'' पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव बिजली, पानी और सड़क जैसे विकासात्मक मुद्दों के बारे में नहीं है. यह चुनाव हमारी गरिमा, पहचान, संपत्ति और संसाधनों पर 2019 के बाद शुरू किए गए हमले को खत्म करने के लिए है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ ने भरा पर्चा
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मियां अल्ताफ अहमद ने भी विपक्षी इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार के रूप में अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पर्चा दाखिल किया. उनके साथ एनसी वाइस प्रेसिडेंट उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस महासचिव गुला अहमद मीर मौजूद थे. नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अहमद विजयी होंगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस हुई हिंसा का शिकार- उमर
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस हिंसा की सबसे ज्यादा शिकार हुई है. हम अच्छी तरह जानते हैं कि गन कल्चर कहां से आया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस से ज्यादा कोई भी पार्टी इस गन कल्चर का शिकार नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि हमने 4,000 से अधिक वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, पार्टी पदाधिकारियों और पूर्व विधायकों को खोया है.
ये भी पढ़ें- गुलाम नबी आजाद नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, अनंतनाग सीट से वापस लिया नाम