जम्मू-कश्मीर में मुफ्ती का अस्तित्व खतरे में! पिछले चुनाव तक थी सबसे बड़ी पार्टी, अब मिलीं केवल 3 सीट
Jammu Kashmir Election 2024: जम्मू-कश्मीर में PDP ने हाल के चुनावों में केवल 3 सीटें हासिल कीं. 10 साल पहले सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद इस बार उन्हें केवल 8.87 फीसदी वोट मिले.
Mehbooba Mufti PDP in Jammu Kashmir Election 2024: जम्मू और कश्मीर में 10 साल पहले तक सबसे बड़ी पार्टी रही PDP को इस बार अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में महबूबा मुफ्ती की पार्टी को केवल 3 सीटें मिल सकी हैं. यह वही पार्टी है जो 2014 के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें लाकर किंग मेकर बनी थी और बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी.
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में महबूबा मुफ्ती की PDP को केवल 8.87 फीसदी वोट परसेंट मिला. वहीं, जीन तीन सीटों पर पीडीपी को जीत मिली है, उनमें कुपवाड़ा, त्राल और पुलवामा शामिल हैं. वहीं, त्राल सीट ऐसी रही, जहां पीडीपी उम्मीदवार रफीक अहमद नाइक केवल 460 वोटों के अंतर से जीते.
महबूबा मुफ्ती की बेटी भी हार गईं चुनाव
इसके अलावा, कुपवाड़ा से मीर मोहम्मद फयाज और पुलवामा से वहीदुर्रहमान पारा ही पार्टी की साख बचाने में योगदान दे सके. इतना ही नहीं, महबूबा मुफ्ती की पारिवारिक सीट बिजबेहारा पर उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने पहली बार चुनाव लड़ा था. यह सीट भी पीडीपी नहीं बचा सकी और इल्तिजा मुफ्ती को नेशनल कांफ्रेंस के बशीर अहमद शाह वीरी ने 9770 वोटों के अंतर से हरा दिया. वहीं, पार्टी के सीनियर नेता महबूब बेग तक चुनाव हार गए.
10 साल पहले तक था PDP का दबदबा
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में महबूबा मुफ्ती की पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई थी. उस समय पीडीपी को कुल 28 सीटें मिली थीं और वोट परसेंट 22.67 फीसदी था. ये भी इसके पहले हुए चुनाव से सात सीटें ज्यादा थीं. यानी पार्टी का जनाधार लगातार बढ़ रहा था.
चुनाव के नतीजों के बाद क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती?
पीडीपी को तीन सीटें मिलने के बाद अपनी निराशा छुपाते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह राजनीतिक सफर है और यहां उतार-चढ़ाव बना रहता है, लेकिन पीडीपी के पास विजन भी है और एजेंडा भी, जो पार्टी को बहुत आगे तक लेकर जाएगा.
चार साल में PDP बन गई थी बड़ी पार्टी
साल 1996 में अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ राजनीति में आईं महबूबा मुफ्ती ने PDP को एक ऐसी पार्टी बनाया, जिसने न केवल नेशनल कॉन्फ्रेंस का मुकाबला किया बल्कि जम्मू-कश्मीर की सबसे पुरानी पार्टी को उसके गठन के चार साल के अंदर ही सत्ता से बाहर कर दिया.
साल 2002 में 16 सीट जीतने वाली पीडीपी के विधायकों की संख्या 2008 में 21 हो गई. इसके बाद साल 2014 के विधानसभा चुनाव में पीडीपी 28 बंपर सीटें जीती. महबूबा मुफ्ती खुद चार बार की विधायक रह चुकी हैं. उन्होंने 1996, 2002, 2008 के आम चुनाव और 2016 के उपचुनाव में जीत दर्ज की थी. साल 2004 और 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की थी.
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