Muharram Procession Srinagar: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आज (सोमवार, 15 जुलाई) सुबह मुहर्रम के जुलूस में फिलस्तीन का झंडा फहराया गया और नारेबाजी भी हुई. सरकारी आदेश और जलूस के लिए दी गई अनुमति में सख्त मनाही के बावजूद जहांगीर चौक पर झंडा फहराया गया.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद श्रीनगर के जिलाधिकारी ने रविवार को श्रीनगर में गुरु बाजार से डलगेट इलाके तक मुहर्रम के आठवें दिन जुलूस निकालने की अनुमति दी.


साल 1990 में उग्रवाद भड़कने के बाद श्रीनगर शहर में पारंपरिक मार्गों पर मुहर्रम के आठवें और 10वें दिन जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, सुरक्षा स्थिति में सुधार के बाद प्रशासन ने पिछले साल 33 साल के बाद जुलूस निकालने की अनुमति दे दी थी.


प्रशासन ने लगाई ये शर्तें


प्रशासन ने जुलूस की अनुमति देते हुए कहा था किसी भी राष्ट्र-विरोधी/प्रशासन-विरोधी भाषण/नारेबाजी या दुष्प्रचार में शामिल नहीं होंगे. साथ ही किसी भी गतिविधि से लोगों की सांप्रदायिक/सांप्रदायिक सद्भाव, धार्मिक/जातीय/सांस्कृतिक और क्षेत्रीय भावनाओं पर प्रभाव नहीं पड़ेगा.


प्रशासन ने कहा, ''जुलूस के दौरान कोई भी गतिविधि राज्य की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए हानिकारक नहीं होनी चाहिए और किसी भी राष्ट्रीय प्रतीक/प्रतीक का अनादर नहीं होना चाहिए.''


सुरक्षा की समीक्षा


इससे पहले शनिवार (13 जुलाई) को कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वी के बिरदी ने सुरक्षा बलों को घाटी में सतर्कता बढ़ाने और मुहर्रम से संबंधित कार्यक्रमों के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था.


उन्होंने अधिकारियों को इमामबाड़ों और मस्जिदों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने और सुन्नी और शिया समुदाय के सदस्यों के साथ समन्वय बैठकें आयोजित करने की सलाह दी.


पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की याद में मनाए जाने वाले मुहर्रम के ग़म के महीने में आशूरा अहम दिन है. आशूरा 17 जुलाई को है.


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