Jammu Kashmir Assembly Election 2024: संसद पर हमले के आरोपी आतंकी अफजल गुरु और मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की फांसी को लेकर एक बार फिर नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया आई है. उमर अब्दुल्ला से अफजल गुरु और याकूब मेमन की फांसी को लेकर कुछ सवाल किए गए थे, जिस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जो हुआ सो हुआ, मेरे जवाब देने से वो वापस नहीं आएंगे. ना मेरे जवाब देने से वो मुकदमा फिर खुलेगा. 


दरअसल, उमर अब्दुल्ला द लल्लनटॉप से एक इंटरव्यू में बात कर रहे थे. इस दौरान पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि उस वक्त हुकमरान ने जो फैसले लिए वो फैसले लागू हुए. इन फैसलों में मेरा कोई हाथ नहीं था. ना उनकी गिरफ्तारी में और ना ही उनके वारंट में, जो हुआ सो हुआ मैं उसको बदल नहीं सकता.  


‘अफजल गुरु की फांसी से कोई उद्देश्य पूरा नहीं हुआ’
इससे कुछ दिन पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अफजल गुरु की फांसी को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अफजल गुरु की फांसी से कोई उद्देश्य पूरा नहीं हुआ. अफजल गुरु की फांसी में हमारी सरकार की कोई भागीदारी नहीं थी. अगर राज्य सरकार से अफजल गुरु की फांसी के लिए मंजूरी ली जाती तो उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिलती. अपने रुख को सही ठहराते हुए अब्दुल्ला ने आगे कहा कि वे मृत्युदंड के खिलाफ हैं और वे अदालतों की अचूकता पर विश्वास नहीं करते. 


2021 के संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु पर दिए बयान से उमर अब्दुल्ला बीजेपी के निशाने पर आ गए है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने अब्दुल्ला के बयान को गैर-जिम्मेदाराना और विरोधी बताया. उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. अन्य बीजेपी नेताओं ने कहा कि अब्दुल्ला का आतंकियों के पक्ष में बोलना देश विरोधी है.


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