Jammu-Kashmir News: पनुन कश्मीर ने सोमवार को बीजेपी नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी कश्मीरी हिंदुओं के पलायन के मुद्दे का इस्तेमाल अपने विरोधियों पर आरोप लगाने और पूरे भारत में हिंदू वोट हासिल कर के लिए कर रही है. कश्मीरी पंडितों के अधिकारों की वकालत करने वाले संगठन ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पिछले 10 सालों में विस्थापित समुदाय की उपेक्षा की है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित करने के बावजूद बीजेपी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के प्रति उदासीनता और पक्षपात रवैया दिखाया है.


पनुन कश्मीर के अध्यक्ष अजय च्रुंगू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “भाजपा नेतृत्व ने कश्मीरी हिंदुओं के धार्मिक सफाए का इस्तेमाल अपने विरोधियों पर आरोप लगाने और शेष भारत में हिंदू मत हासिल करने के लिए किया है.”


अजय च्रुंगू ने की सरकार की आलोचना


अजय च्रुंगू ने पार्टी पर “कश्मीरी पंडितों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार करने” का भी आरोप लगाया. चुरंगू ने समुदाय के मुद्दों के प्रति पक्षपात और अनादर के लिए बीजेपी सरकार की आलोचना की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समुदाय के सदस्य किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं हैं और वो स्वतंत्र रूप से अपनी आजादी की तलाश करेंगे.


'बीजेपी से कश्मीरी पंडित हैं निराश'


च्रुंगू ने कहा, “सभी को पता होना चाहिए कि हमारे समुदाय के लोग किसी राजनीतिक दल के हाथों की कठपुतली नहीं हैं और वो अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता और पसंद का पालन अपनी इच्छानुसार करेंगे. कांग्रेस की तरह, बीजेपी ने भी जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और राष्ट्र दोनों को निराश किया है.” 


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