Jammu Kashmir Assembly Elections: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले दलबदल देखा जा रहा है. यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीडीपी और अपनी पार्टी में सेंध लगा दी है. महबूबा मुफ्ती की पार्टी के नेता एडवोकेट सैयद रियाज खावर ( Syed Riyaz Ahmed Khawar) ने उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) की मौजूदगी में नेशनल कॉन्फ्रेंस ज्वाइन कर ली. वहीं, अपनी पार्टी के पुलवामा के जिला अध्यक्ष रियाज अहमद बट (Riyaz Ahmed Bhat) को भी उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में एक कार्य़क्रम में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सदस्यता दिलाई.


इस मौके पर उमर अब्दुल्ला  ने कहा, ''आगे जो लड़ाने हमने लड़नी है वह अकेली मेरी लडा़ई नहीं है. अगर हमने जम्मू कश्मीर के साथ जो जुल्म हुआ है उसे दुरुस्त करना है तो उसका फायदा केवल मुझे नहीं होगा बल्कि इसका फायदा यहां के हर निवासी को होगा. यह लड़ाई मिलकर जम्मू कश्मीर की रियासत के लिए लड़ रहे हैं. इसलिए कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया.''


कांग्रेस से हाथ मिलाना नहीं था आसान- उमर
अब्दुल्ला ने कहा, ''हमारे लिए कांग्रेस से हाथ मिलाने का फैसला इतना आसान नहीं था. हमने उन सीटों को कुर्बान किया जहां हम जानते थे कि हम ही चुनौती दे सकते हैं क्योंकि हम चाहते थे कि बीजेपी के खिलाफ खासकर जम्मू के निचले इलाकों में कांग्रेस और हम मिलकर उन ताकतों का मुकाबला करें, तभी हमने कुछ सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस की झोली से निकलाकर कांग्रेस को दे दी. उसका असर भी दिखा कि गुलाब नबी आजाद साहब ने कैम्पेन करने से मना कर दिया और अपनी पार्टी के नेताओं से कहा कि मैदान में रहना चाहते हैं तो रहो, मैदान छोड़ना चाहते हैं तो छोड़ दो.''






हमारी सरकार आने पर हटाएंगे पीएसए- उमर अब्दुल्ला
उमर ने कहा कि मुश्किलें हमने बहुत झेली हैं. नौजवानों को सताया गया और तंग किया गया. कानून का इस्तेमाल किया गया. हमारे जेल भर गए और जब जेल भर गए तो नौजवानों को दूसरे राज्यों की जेलों में रखने का काम किया. अंधाधुंध पीएसए का इस्तेमाल हुआ. हमने ये वादा किया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार आएगी तो पीएसए का कानून हटा देंगे. ताकि इसके गलत इंस्तेमाल की गुंजाइश ना रहे. 


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