मोदी कैबिनेट 3.0 में जम्मू कश्मीर से जितेंद्र सिंह ने ली राज्यमंत्री के रूप में शपथ
PM Modi Oath Ceremony: आमचुनाव में एनडीए ने 292 सीटें जीतकर पीएम मोदी की अगुवाई में तीसरी बार सरकार बनाई. जम्मू कश्मीर की दो सीटों पर BJP ने जीत दर्ज की और यहां से एक एमपी को कैबिनेट में जगह दी है.
PM Modi Swearing-In Ceremony: जम्मू कश्मीर की उधमपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर आए डॉक्टर जितेंद्र सिंह को मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है. उन्होंने कैबिनेट राज्य मंत्री के रूप में शपथ ले ली है.
जितेंद्र सिंह ने उधमपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी लाल सिंह को 1 लाख 24 हजार 373 वोटों से हराया. जितेंद्र सिंह के दोबारा जीत दर्ज करने के बाद उनको मोदी 3.0 कैबिनेट में जगह मिलने के कयास लगाए जा रहे थे. इन कयासों पर आज रविवार (9 जून) को बीजेपी आलाकमान ने मुहर लगा दी.
इसी क्रम में आज देर शाम डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने मोदी मंत्रिमंडल में लगातार तीसरी बार मंत्री पद की शपथ ली. जम्मू कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों में से दो पर इस बार बीजेपी ने, दो पर नेशनल कांफ्रेंस ने और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत का परचम लहराया. जम्मू कश्मीर में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसकी घोषणा निर्वाचन आयोग अगले कुछ दिनों दिनों में कर सकता है.
मंत्री पद के जरिये वोटर्स को साधने की कोशिश
विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में वोटर्स को साधने के लिए बीजेपी जितेंद्र सिंह के चेहरे को आगे कर रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान यहां पर मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया था. जितेंद्र सिंह की जम्मू क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दल पिपुल्स पार्टी ने 90 विधानसभा में से 30 सीटों पर जीत हासिल किया, उसमें से अकेले बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत हासिल किया है.
कौन हैं जितेंद्र सिंह?
जम्मू कश्मीर में चुनावी साल में बीजेपी सहयोगी दलों के साथ जितेंद्र सिंह जैसे कद्दावर और साफ छवि वाले नेता के जरिये तैयारियां शुरू कर दी है. 67 वर्षीय डॉक्टर जितेंद्र सिंह भारतीय जनता पार्ट के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं. जितेंद्र सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कई समाचार के लिए कॉलम लिखते थे.
जितेंद्र सिंह का जन्म जम्मू के डोडा जिले में साल 1956 में हुआ. उनका ताल्लुक जम्मू के हिंदू डोगरा राजपूत फैमिली से हैं. उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा सिंधिया स्कूल ग्वालियर से हासिली की. बाद में उन्होंने स्टैनले मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज जम्मू से एमडी की डिग्री ली. साल 2008 में जितेंद्र सिंह ने विवादित अमरनाथ सिंह लैंड ट्रांसफर मामले में के दौरान राइट विंग संगठन श्री अमरनाथजी संघर्ष समिति के प्रवक्ता नियुक्त हुए.
साल 2012 में डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी जॉइन की. सियासत में आने के बाद उन्होंने गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज जम्मू में प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दे दिया. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी आलाकमान से टिकट की मांग की थी, हालांकि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
2014 में पहली बार लोकसभा पहुंचे जितेंद्र सिंह
बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को एनडीए गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा बनाया. बीजेपी ने उधमपुर लोकसभा सीट से डॉक्टर जितेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाने के ऐलान किया. उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गुलान नबी आजाद थे. चुनाव में जितेंद्र सिंह ने बड़ा उलफेर करते हुए गुलाम नबी आजाद को 60 हजार 976 वोटों के अंतर से हरा दिया.
इसी तरह साल 2019 में जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र सिंह को हराकर दूसरी बार उधमपुर से लोकसभा के निर्वाचित हुए. उन्होंने विक्रमादित्य सिंह को साढ़े तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया. विक्रमादित्य सिंह जम्मू कश्मीर के आखिरी राजा हरि सिंह के पोते हैं. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी लाल सिंह लगभग सवा लाख वोटों के अंतर से हराया.
मोदी कैबिनेट के दोनों कार्यकाल में बने मंत्री
जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले धारा 370 का डॉक्टर जितेंद्र सिंह धुर विरोधी रहे हैं. पहले ही लोकसभा चुनाव में गुलाम नबी आजाद को हराने के बाद जितेंद्र सिंह का पार्टी में सियासी कद बढ़ गया है. केंद्र में बीजेपी के पहले कार्यकाल में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया. इस दौरान डॉ जितेंद्र सिंह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री के अलावा परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री रह चुके हैं.
पीएम मोदी के अगुवाई में तीसरी बार गठित एनडीए सरकार में डॉक्टर जितेंद्र सिंह को एक बार फिर मंत्री बनाया गया. धारा 370 को हटाने से पहले वह लगातार इसके विरोध में बोलते रहे हैं. जितेंद्र सिंह धारा 370 के नाम पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के जरिये लोगों को मूर्ख बनाने का आरोप लगाते रहे हैं. लोकसभा चुनाव में प्रचार प्रसार के दौरान जितेंद्र सिंह ने धार 370 में किए गए संशोधन को बीजेपी की बड़ी उपलब्धि बताई थी. इस मुद्दे पर को उन्होंने जनता के सामने उन्होंने जोरशोर से उठाया
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