Katra Ropeway: श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा कटरा से माता वैष्णो देवी के मंदिर परिसर तक बनाए जाने वाले रोपवे को लेकर स्थानीय लोगों और व्यापारियों का रोष बढ़ता जा रहा है. रोपवे के खिलाफ अब यात्रा के लिए घोड़ा, पिट्ठू और पालकी वाले भी आ गए हैं.
श्राइन बोर्ड द्वारा ताराकोट मार्ग से माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर तक बनाए जाने वाले रोपवे के खिलाफ घोड़ा पिट्टू और पालकी सेवाएं देने वाले लोगों ने अपनी 72 घंटे की हड़ताल को सोमवार तक बढ़ा दिया है. इस हड़ताल के चलते मां वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर दुकानें व्यापारिक प्रतिष्ठान और घोड़ा, पालकी और पिट्ठू सेवाएं बाधित रहेगी.
श्रीमाता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर यात्रियों के लिए घोड़ा, पिट्ठू और पालकी चलने वाले लोगों के साथ-साथ यात्रा मार्ग पर दुकान चल रहे व्यापारियों ने भी श्राइनबोर्ड के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किया.
श्राइन बोर्ड द्वारा शुरू किए गए रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर अपना रोष व्यक्त किया. इस हड़ताल का व्यापक असर अब यात्रा पर भी दिखने लगा है. इस हड़ताल का सबसे ज्यादा असर बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों पर पड़ा है जिन्हें यात्रा पूरी करने के लिए ना तो घोड़ा मिल रहा है और ना ही पिट्ठू और पालकी.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जब रोपवे प्रोजेक्ट बनाया गया था, तब श्राइन बोर्ड ने दावा किया था कि सभी वर्गों को साथ लेकर इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा. लेकिन अब जबकि प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है. उन लोगों से बातचीत नहीं की गई.
वहीं श्राइन बोर्ड का दावा है कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए श्राइन बोर्ड ने रोपवे प्रोजेक्ट शुरू किया है जिसका सबसे ज्यादा फायदा बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और विकलांगों को होगा. वहीं साइन बोर्ड का दावा है किस रोग पर से घंटे का सफर मिनट में पूरा हो पाएगा.
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