Jammu-Kashmir News : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर को लेकर बीजेपी पर तीखा व्यंग्य किया है. राहुल गांधी ने शासन की ओर से चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है और कहा है कि जम्मू-कश्मीर के लोग प्यार चाहते हैं, रोजगार चाहते हैं, बुलडोजर नहीं.
महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला दोनों का मिला था साथ
हाल ही में अपनी भारत जोड़ो यात्रा का श्रीनगर में समापन किए राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री चुनावी राज्य राजस्थान में कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं. उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी का यह बयान दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ( पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के बयान के समर्थन में है.
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के तहत जब जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे तो जम्मू-कश्मीर के इन दोनों नेताओं ने यात्रा में शामिल होकर उनका समर्थन किया था. महबूबा मुफ्ती ने राहुल गांधी को कश्मीर का बेटा कहा था और उनके पूर्वजों का हवाला देते हुए उन्हें कश्मीर से जुड़ा बताया था. राहुल गांधी ने भी श्रीनगर में अपने भाषण में कि जम्मू-कश्मीर उनके पूर्वजों का घर बताया था और पैदल अपने घर लौटने की बात कही थी.
जम्मू-कश्मीर को अफगानिस्तान में तब्दील करने का आरोप
कभी बीजेपी के समर्थन से जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री रह चुकींं महबूबा मुफ्ती ने अभी हाल में बयान जारी कर बीजेपी पर गरीब और वंचित तबकों का घर तोड़कर जम्मू-कश्मीर को अफगानिस्तान में तब्दील करने का आरोप लगाया है, उमर उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि वह लोगों के सरकारी जमीन का अतिक्रमण किए जाने के खिलाफ हैं लेकिन प्रशासन को उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए.
महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला का समर्थन
जम्मू- कश्मीर प्रशासन अब तक 10 लाख कनाल सरकारी जमीन अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त करा चुका है. राहुल गांधी का कश्मीरियत और कश्मीरियों को लेकर के साधा गया बीजेपी पर ये निशाना निश्चित रूप से महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को राजनीतिक और वैचारिक समर्थन है. दूसरी तरफ कश्मीरी पंडितों के संगठन ने जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से चलाई जा रही इस अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई की सराहना की है.
ये भी पढ़ें :-Jammu-Kashmir: अतिक्रमण विरोधी अभियान का प्रवासी कश्मीरी पंडितों के संगठन ने किया स्वागत, कर दी ये मांग