Rajouri Authorities Advisory: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में अधिकारियों ने मंगलवार (30 जुलाई) को आतंकवाद विरोधी अभियानों में तेजी के बीच लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लोगों को रात के समय शॉल और कंबल ओढ़कर वन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी. 


यह परामर्श एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट राजीव कुमार खजूरिया की ओर से सेना के अनुरोध पर जारी किया गया है. सेना के अनुरोध में नागरिक प्रशासन को सूचित किया गया था कि कुछ लोग रात के समय शॉल और कंबल ओढ़कर वन क्षेत्रों या अपने खेतों में घूम रहे हैं. 


एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट राजीव कुमार खजूरिया ने एक आधिकारिक नोटिस में कहा, ''आम जनता को सूचित किया जाता है कि कोई भी व्यक्ति शॉल और कंबल ओढ़कर देर रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक वन क्षेत्र में नहीं जाएगा और न ही घूमेगा. उन्होंने कहा कि किसी भी दुर्घटना या अप्रिय घटना से बचने के लिए संबंधित सैन्य एवं पुलिस अधिकारियों की पूर्व अनुमति के बिना आवाजाही पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया गया है.


सुरक्षा बल राजौरी और निकटवर्ती पुंछ जिले के जंगलों में लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि सीमा पार से घुसपैठ करके आए आतंकवादियों को पकड़कर उन्हें बेअसर किया जा सके. इस महीने की शुरुआत में पुंछ के मेंढर सेक्टर में अधिकारियों ने इसी तरह का एक नोटिस जारी करके लोगों से कहा था कि वे पूर्व अनुमति के बगैर रात के समय वन क्षेत्रों में या खेतों में न जाएं.


जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में मंगलवार को संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं हैं. इसके बाद सुरक्षाबलों ने जिले में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि जिले के एक दूरदराज गांव में दो आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में सूचना मिली. 


इसके बाद घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया गया. कथित तौर पर काले कपड़े पहने दो हथियारबंद संदिग्धों को सोमवार देर रात देहरा की गली के पास सलामपुरा गांव में घूमते देखा गया.


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