Rajouri News: जम्मू के राजौरी जिले के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस की कुछ संवेदनशील कमरों में अनाधिकृत व्यक्तियों के पास पाए जाने के बाद जिले के डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. डीएम आरटीओ दफ्तर के साथ की एक कंप्यूटर की दुकान को भी सील करने के आदेश दिए क्योंकि वहां से आरटीओ दफ्तर के कुछ दस्तावेज मिले थे.


जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस के औचक निरीक्षण के दौरान, जिले के डीएम अभिषेक शर्मा ने कुछ व्यक्तियों को कथित तौर पर आरटीओ दफ्तर की कुछ संवेदनशील कमरों में बैठे हुए पाया. इसके साथ ही यह उन अधिकृत लोग आधिकारिक दस्तावेजों के साथ पाए गए, जिसके बाद इस घटना की जांच के आदेश दिए. राजौरी के उपायुक्त अभिषेक शर्मा ने सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया.


'गंभीर सवाल खड़े करता है'
इस निरीक्षण के दौरान अभिषेक शर्मा ने कुछ व्यक्तियों को आधिकारिक कमरों के अंदर पाया, जो संवेदनशील क्षेत्रों में अनधिकृत लोगों के पहुंच के बारे में गंभीर सवाल खड़े करता है. इसके अतिरिक्त, डिप्टी कमिश्नर ने आरटीओ कार्यालय के पास एक कंप्यूटर की दुकान को भी सील करने के आदेश दिए. दरअसल, एआरटीओ कार्यालय से संबंधित दस्तावेज कंप्यूटर की दुकान से बरामद होने के बाद उस कंप्यूटर दुकान को सील कर दिया गया.


'उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'
उपायुक्त ने तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने और मामले की विस्तृत जांच का आदेश दिया.उपायुक्त ने कहा, “जांच का उद्देश्य कार्यालय के कर्मचारियों की ओर से हुई चूक और आधिकारिक दस्तावेजों को संभालने में बाहरी पार्टियों की भागीदारी की पहचान करना है.


प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सार्वजनिक कार्यालय ईमानदारी और जवाबदेही के उच्चतम मानकों को बनाए रखें. इन सिद्धांतों का कोई भी उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”


उन्होंने भविष्य में सरकारी कार्यालयों और दस्तावेजों तक अनधिकृत पहुंच को रोकने के लिए सख्त प्रोटोकॉल की आवश्यकता पर भी जोर दिया.



ये भी पढ़ें: 'बाबरी विध्वंस की बरसी के चलते मुझे किया गया नजरबंद', मीरवाइज उमर फारूक का दावा