Jammu Kashmir News: महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने हाल ही में कहा, "हिंदुओं पर बांग्लादेश में अत्याचार हो रहे हैं और अगर भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो तो दोनों देशों में क्या फर्क रह जाएगा?" इस पर जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना (Ravinder Raina) का बयान आया है. उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती को भारत की तुलना बांग्लादेश से नहीं करनी चाहिए. यह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बयान है.
रविंद्र रैना ने कहा, ''सारी दुनिया ने देखा है कि किस प्रकार बंग्लादेश में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है. वहां इस वक्त अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है. घरों के अंदर घुसकर उपद्रवी महिलाओं और बेटियों को अपमानित कर रहे हैं. यहां तक कि बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजिबर रहमान की प्रतिमा को खंडित किया गया. पीएम शेख हसीन को देश छोड़ने के लिए एक घंटे का समय दिया गया. इस तरह का आत्याचार बांंग्लादेश में हुआ है.''
महबूबा पर हो कानूनी कार्रवाई - रविंद्र रैना
रैना ने आगे कहा, ''महबूबा मुफ्ती ने बांग्लादेश से जोड़कर भारत को लेकर जो बयान दिया है वह राजद्रोह है. भारत के अंदर हर व्यक्ति सुरक्षित हैं. महबूबा मुफ्ती कभी श्रीनगर कभी जम्मू जाती हैं. कभी इंडिया गठबंधन की दिल्ली, बेंगुलरु और कोलकाता में रैली में शामिल होती हैं. अपना पक्ष जनसभा में रखती हैं उन्हें सुरक्षा मिली है और ऐसे में भारत का बांग्लादेश से तुलना करना विवादास्पद और गैर-जिम्मेदारा बयान है और इस बयान को राष्ट्रद्रोह की नजर से रखा जाना चाहिए. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.''
महबूबा के इस बयान पर विवाद
महबूबा ने मीडिया से बातचीत में कहा था, ''अजमेर शरीफ दरगाह जहां सभी धर्मों के लोग प्रार्थना करते हैं और भाईचारे की सबसे बड़ी मिसाल है. अब वे मंदिर की तलाश में उसमें भी खुदाई करने की कोशिश कर रहे हैं. मतदान के दौरान चुनाव प्रतिशत अलग होता है और परिणाम अलग होते हैं, हमें इस पर भी संदेह है. उन्होंने एक राज्य छोड़ दिया ताकि विपक्ष बोल न सके. बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. अगर भारत में भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होंगे तो फिर भारत और बांग्लादेश में क्या अंतर है? मुझे भारत और बांग्लादेश में कोई अंतर नहीं लगता..."
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