Jammu-Kashmir News: श्रीनगर से चारधाम की यात्रा अब शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही प्रशासन चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा के दावे कर रहा है. लेकिन अभी भी राजमार्ग 58 पर कई ऐसे लैंडस्लाइड जोन है जो यात्रियों व प्रशासन के लिये परेशानी का सबब बन सकता है. बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चमधार नया लैंडस्लाइड जोन बनकर उभरा है. यहां अभी भी मलबा गिरने का खतरा बना रहता है. जिसके मद्देनजर यहॉ जेसीबी मशीन तैनात की गई है.
दो पोकलैंड मशीन, डंपर और जेसीबी की तैनाती की गई
एनएच के अधिकारियो का कहना है कि टीएचडीसी को चमधार, जवाड़ी और नरकोटा तीनों लैंडस्लाइड जोन की डीपीआर तैयार करने और जियोलॉजिकल सर्वे करने के लिए कहा है, जिसको लेकर टीएचडीसी ने 15 मई को डीपीआर और जियोलॉजिकल सर्वे रिपोर्ट एनएच लोक निर्माण विभाग को देने की बात कही है. जिसके बाद तीनों लैंडस्लाइड जोनों के ट्रीटमेंट का काम शुरू किया जायेगा.
एनएच के अधिकारियों का भी मानना है कि ढलान वाला क्षेत्र होने के चलते चमधार लैंडस्लाइड जोन का टीटमेंट करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. कहा कि जब तक का कार्य शुरू नहीं होता तब तक चारधाम यात्रा को देखते हुए भूस्खलन को रोकने की कोशिश की जाएगी. अगर फिर भी भूस्खलन होता है, तो मौके पर दो पोकलैंड मशीन, डंपर और जेसीबी की तैनाती की गई है.
ठेकेदार को भी निर्देश दिए गए
राजीव शर्मा सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान चमधार एक ऐसा बाइट है जहां प्रॉब्लम है और वहां पर हमने प्रशासन को भी अवगत कराया है कि मानसून के दौरान दो पोकलैंड एक डंपर एक डेसीबी लगातार तैनात रहेगी अभी भी ठेकेदार को इसमें निर्देश दिए गए हैं.
हालांकि अब उसका स्कोप ऑफ वर्क नहीं रहा क्योंकि मलवा बहुत ऊपर से आ रहा है, लेकिन फिर भी हमने प्रदेश हित में इसको उसके लिए सहमत किया है ठेकेदार को कि वहां पर वो एक बार सारा मलबा पुन: साफ करके और कुछ बैरिकेट इत्यादी लगाके ताकि फ्रिक्वेंटली बंद होने की टेन्डेन्सी खत्म हो जाए अगर फिर भी रोड बंद होती है तो मशीने वहां पर तैनात रहेंगी.
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