Jammu Kashmir: पहाड़ी वोट बैंक में बीजेपी की सेंधमारी! पूर्व मंत्री मुश्ताक बुखारी पार्टी में शामिल
Syed Mushtaq Bukhari News: सैयद मुश्ताक बुखारी राजौरी और पुंछ क्षेत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के काफी अहम चेहरा माने जाते थे. पहाड़ी वोट बैंक पर उनकी अच्छी खासी पकड़ बताई जाती है.
Syed Mushtaq Bukhari Joined BJP: नेशनल कांफ्रेंस को जम्मू में एक और बड़ा झटका लगा है. नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रह चुके मुश्ताक बुखारी (Syed Mushtaq Bukhari) अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इसे पहाड़ी वोट बैंक में बीजेपी की सेंधमारी के तौर पर देखा जा रहा है. मुश्ताक बुखारी नेशनल कॉन्फ्रेंस के कद्दावर नेता माने जाते थे और पहाड़ी वोट बैंक पर उनकी अच्छी खासी पकड़ बताई जाती है.
केंद्र की एनडीए सरकार ने जम्मू-कश्मीर में पहाड़ी जातियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देकर सियासी तौर पर बड़ा दांव खेला है. पहाड़ी नेताओं के लिए दरवाजे खोलने से पार्टी को और मजबूत करने में मदद मिलने की उम्मीद है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर में पहाड़ी जातीय समूह को अनुसूचित जनताति (ST) का दर्जा दिए जाने के बाद कद्दावर पहाड़ी नेता और पूर्व मंत्री सैयद मुश्ताक बुखारी के पिछले कुछ दिनों से बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी.
मुश्ताक बुखारी बीजेपी में शामिल
सैयद मुश्ताक बुखारी राजौरी और पुंछ क्षेत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के काफी अहम चेहरा माने जाते थे. उन्होंने पहाड़ियों को अनुसूचित जनताति (ST) का दर्जा देने के मसले पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. राजनीति के जानकारों का मानना है कि बुखारी के शामिल होने से अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर बीजेपी को बड़ा फायदा हो सकता है.
इससे पहले पूर्व विधायक और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता शहनाज गनई नई दिल्ली में बीजेपी में शामिल हुए थे. शेनाज़ गनई पुंछ जिले से हैं और पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की विधान परिषद में एनसी का प्रतिनिधित्व करते थे. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैन ने पहले ही कई पहाड़ी नेताओं के संपर्क में होने की बात कही थी. पहाड़ी समुदाय को एसटी का दर्जा मिलने के बाद नियंत्रण रेखा से सटे राजोरी और पुंछ जिले में सियासी समीकरण और भी बदलने की संभावना है.
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