कांग्रेस आलाकमान ने तारिक़ हमीद कर्रा को जम्मू-कश्मीर में पार्टी की इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है. वो वकार रसूल वानी की जगह लेंगे. इसके साथ ही तारा चंद और रमन भल्ला कार्यकारी अध्यक्ष होंगे. वकार रसूल वानी को कांग्रेस कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य नियुक्त किया गया है. वहीं, तारिक हमीद कर्रा को कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य के पद से मुक्त कर दिया गया है.
कौन है तारिक हमीद कर्रा?
तारिक हमीद कर्रा लोकसभा के सांसद रह चुके हैं. उन्होंने साल 2016 में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को अलविदा कर दिया था. बाद में वो कांग्रेस में शामिल हो गए. तारिक हमीद कर्रा साल 2002 से 2204 और 2004 से 2008 तक विधायक रहे. 2005 से 2048 तक जम्मू-कश्मीर सरकार में वित्त मंत्री भी रहे. 2014 में उन्होंने 16वीं लोकसभा का चुनाव जीता. 17 अक्टूबर 2016 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
जम्मू-कश्मीर में कब-कब है चुनाव?
कांग्रेस ने ये नियुक्ति ऐसे समय में की है जब जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार (16 अगस्त) को चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान कर दिया. जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में वोटिंग होगी. पहले फेज में 18 सितंबर, दूसरे फेज में 25 सितंबर और तीसरे फेज में 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी. नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर में लंबे समय के बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. दस साल बाद यहां के लोग अपनी सरकार चुनेंगे. ये चुनाव अहम है कि क्योंकि धारा 370 हटने के बाद ये पहला विधानसभा का इलेक्शन होने जा रहा है.
राजनीतिक दलों ने किया स्वागत
राजनीतिक दलों ने चुनाव के ऐलान का स्वागत किया. नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आयोग की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए इस कदम को ‘देर आए दुरुस्त आए’ करार दिया.
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता रविंदर शर्मा ने भी मुख्य निर्वाचन आयुक्त की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “देर आए दुरुस्त आए.” उन्होंने कहा कि जून 2018 में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-भाजपा सरकार के गिरने के बाद पिछले छह वर्षों से जम्मू-कश्मीर के लोग विधानसभा चुनावों का इंतजार कर रहे थे.कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता की भी भूमिका निभा रहे शर्मा ने कहा, “हालांकि हम विधानसभा चुनाव से पहले पूर्ण राज्य का दर्जा दिये जाने के लिए दबाव बना रहे थे, लेकिन निर्वाचन आयोग की घोषणा एक स्वागत योग्य कदम है और हमें उम्मीद है कि आयोग बिना किसी भेदभाव के समान अवसर तथा पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करेगा.”
सीपीएम ने भी दी प्रतिक्रिया
सीपीएम के वरिष्ठ नेता एमवाई तारिगामी ने भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा का स्वागत किया. तारिगामी ने कहा, “लंबे समय के बाद निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की, जो एक स्वागत योग्य कदम है. हम आयोग के उस बयान का भी स्वागत करते हैं, जिसमें सभी दलों और उम्मीदवारों के लिए समान अवसर सुनिश्चित कर पूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया बरकरार रखने तथा उम्मीदवारों व मतदाताओं के लिए पर्याप्त सुरक्षा भी सुनिश्चित करने की बात कही गयी है.”
बीजेपी क्या बोली?
बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा, “हम जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा के लिए निर्वाचन आयोग के बहुत आभारी हैं.” (पीटीआई के इनपुट के साथ)
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