Orange Alert in Jammu Kashmir: मौसम विभाग के अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है क्योंकि मौसम कार्यालय ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों के दौरान बर्फबारी की वर्तमान मौसम प्रणाली "तेज" हो जाएगी. मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में नौ जनवरी तक बर्फबारी की एडवाइजरी पहले ही जारी कर दी है. मौसम विभाग के अनुसार  उम्मीद के मुताबिक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दोनों इलाकों में बादल छाए हुए हैं और व्यापक बारिश और हिमपात की सूचना है. जहाँ श्रीनगर में हलकी बर्फ़बारी मंगलवार सुबह से हो रही है तो उत्तरी और दक्षिण कश्मीर में बारी हिमपात हो रहा है.


गुलमर्ग में हो चुकी है 30 इंज तक बर्फबारी


कुपवाड़ा में एक फुट, गुरेज़ में दो फुट और गुलमर्ग में भी करीब 30 इंच ताज़ा बर्फ़बारी हो चुकी है जब की ज़ोजिला और जवाहर टनल में भी बर्फ़बारी हो रही है जिस के आज दोपहर के बाद तीव्र होने की सभावना है. इस के चलते सड़क संपर्क प्रभावित हो गया है. श्रीनगर हवाई अड्डे के निर्देशक कुलदीप सिंह ने कहा कि "श्रीनगर हवाई अड्डे से उड़ने वाली २१ फ्लाइट रद्द हो गयी है और मौसम में सुद्दर के बाद ही फ्लाइट फिर से शुरू हो सकेगी "

मौसम विभाग के अधिकारी फ़ारूक़ अहमद भट्ट  ने कहा कि दिन बढ़ने के साथ-साथ वर्तमान मौसम के तेज होने की संभावना है और हम मैदानी इलाकों में मध्यम हिमपात और बारिश की उम्मीद करते हैं और जम्मू-कश्मीर दोनों में मुख्य गतिविधि के साथ मैदानी इलाकों में भारी हिमपात हो सकता है इसी लिए 'एम्बर/ऑरेंज' चेतावनी जारी की है.

लोगों से बाहर न निकलने को कहा
मौसम कार्यालय ने लोगों से हिमस्खलन और भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में बाहर नहीं निकलने का आग्रह किया है, जब तक कि अत्यंत आवश्यक न हो. MeT कार्यालय ने कहा कि "पावर / लाइट बैकअप (बिजली की विफलता के मामले में) रखें," बर्फीले क्षेत्र में ड्राइविंग करते समय बहुत धीमी गति से और कम गियर में ड्राइव करें. यह अलर्ट इसलिए जारी किया गया है क्योंकि 9 जनवरी तक लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख और आसपास के क्षेत्रों को प्रभावित कर रहे हैं. एडवाइजरी में कहा गया है, "3 जनवरी की शाम से कश्मीर के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश/बर्फबारी शुरू होगी और उसके बाद तीव्रता और वितरण में वृद्धि होगी. "इस प्रणाली की मुख्य गतिविधि मध्यम से भारी बारिश/बर्फ की घटना होगी, सबसे अधिक संभावना 5 और 8 जनवरी के दौरान और उसके बाद धीरे-धीरे कम हो जाएगी.

पहाड़ी इलाकों में बिजली आपूर्ति हो सकती है बाधित

मेट कार्यालय का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मुख्य रूप से जम्मू डिवीजन के पीरपंजाल रेंज (भद्रवाह से बनिहाल तक), गुलमर्ग, सोनमर्ग, बारामूला और कुपवाड़ा सहित कश्मीर के ऊपरी इलाकों और लद्दाख में द्रास उपखंड में भारी बारिश और हिमपात होगा. संभावित प्रभावों के बारे में, मौसम सलाहकार कहता है कि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग, श्रीनगर-लेह राजमार्ग (जोजिला दर्रा), लेह-मनाली, मुगल रोड और साधना पास सहित सतह और हवाई परिवहन में व्यवधान हो सकता है. पहाड़ी इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित होने के अलावा संवेदनशील इलाकों में हिमस्खलन और भूस्खलन की संभावना है.” निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है और दिन के तापमान में और गिरावट आ सकती है. एडवाइजरी में कहा गया है, "बर्फ से घिरे इलाकों में लोगों को भारी बर्फ के दौरान ढलान वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए." लोगों को उचित वेंटिलेशन बनाए रखने की भी सलाह दी जाती है.