Gulmarg Hill Station: देश के खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक जम्मू और कश्मीर का गुलमर्ग है. इस स्थान को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है. यहां के हरे-भरे ढलान, बर्फबारी और खूबसूरत फूल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. बॉलीवुड के लिए ये एक खास जगह है, यहां पर कई बेहतरीन फिल्मों की शूटिंग भी हुई है. इस स्थान को पहले गौरीमर्ग के नाम से जाना जाता था. 16वीं शताब्दी में कश्मीर के शासक युसुफ शाह चक ने इस स्थान का नाम बदलकर गुलमर्ग कर दिया. हिल स्टेशन के रूप इसकी स्थापना साल 1927 में ब्रिटिश शासकों ने की थी. इसके अलावा अंग्रेजों ने यहां गोल्फ खेलने के लिए गोल्फ कोर्स का निर्माण कराया था.
प्राकृतिक खूबसूरती और एडवेंचर से भरा गुलमर्ग पर्यटकों को आकर्षित करता है. अधिकांश पर्यटक यहां दिसंबर और जनवरी में होने वाली बर्फबारी का मजा लेने आते हैं. इसके अलावा यहां ट्रैकिंग, स्कीइंग और गोल्फ समेत अन्य कई मजेदार खेलों का लुत्फ उठा सकते हैं. अगर आप भी गुलमर्ग जाने का प्लान बना रहे हैं तो यह स्टोरी आपके काम की है.
खिलमर्ग
कश्मीर की खूबसूरत घाटियों में से एक खिलमर्ग है. यहां आपको बर्फ से ढके खूबसूरत पहाड़ देखने को मिलेगा. यहां से आप बर्फ से ढके हिमालय और कश्मीर को देख सकते हैं. गुलमर्ग से खिलमर्ग की दूरी तकरीबन 550 मीटर है. सर्दियों के दौरान यहां पर स्कीइंग का मजा लिया जा सकता है.
बायोस्फीयर रिजर्व
अगर आपको जंगली जानवर पसंद हैं तो आपके लिए बायोस्फीयर रिजर्व खास है. दुर्लभ वनस्पतियों के अलावा कई प्रमुख जानवरों का घर भी है. यहां रेड फॉक्स, हंगुल और लेपर्ड समेत कई जानवर देखने को मिल सकते हैं.
अलपत्थर झील
यह स्थान खूबसूरत वादी और शांति के लिए जाना जाता है. यह 2 अफरवाट की चोटियों के तल पर स्थित है. यहां झील और देवदार के वन हैं.
निंगली नाला
गुलमर्ग से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर निंगली नाला स्थित है. यहां बहने वाली पानी का मुख्य स्त्रोत अल्पत्थर झील का पानी है. चारों तरफ से ऊंचे-ऊंचे पेड़ों से घिरा हुआ यह स्थान लोगों को आकर्षित करता है.
महारानी मंदिर
भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का निर्माण महाराजा हरि सिंह की पत्नी मोहिनी बाई ने साल 1915 में करवाया था. लाल रंग के इस मंदिर को मोहिनेश्वर शिवालय के नाम से भी जाना जाता है. आप की कसम फिल्म का गाना जय-जय शिव शंकर की शूटिंग यहीं हुई थी.
सेंट मैरी चर्च
यह चर्च तकरीबन 100 साल पुराना है. यह गोल्फ कोर्स ने नजदीक स्थित है. चर्च की दीवारें ग्रे पत्थरों की हैं. गुलमर्ग आने वाले पर्यटक इस चर्च में जरूर आते हैं.
स्टॉबेरी घाटी
गुलमर्ग के पर्यटन स्थलों में स्टॉबेरी घाटी भी शामिल है. यहां खूबसूरत लाल-लाल स्टॉबेरी वेली देखने को मिल जाएगी.
सेवेन स्प्रिंग्स
गुलमर्ग के सेवेन स्प्रिंग्स को पानी की सात अलग-अलग धाराओं के लिए जाना जाता है. यह कोंगडोरी के पास एक पहाड़ी पर स्थित है.
गुलमर्ग में लें आइस स्केटिंग का मजा
जम्मू-कश्मीर का गुलमर्ग में आइस स्केटिंग की सुविधा है. यहां पेशेवर और शौकिया दोनों तरीके से स्केटिंग कर सकते हैं. गुलमर्ग में कई स्कीइंग संस्थान हैं जो आइस स्केटिंग सिखाते हैं. आइस स्केटिंग के लिए सबसे अच्छा समय दिसंबर और जनवरी है क्योंकि इस समय बर्फबारी होती है.
कोंग डोरी गोंडाला
गुलमर्ग को अगर आप ऊपर से देखना देखना चाहते हैं तो कोंग डोरी गोंडाला से देख सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि यह दूनिया की दूसरी सबसे ऊंची केबल कार है. इसकी शुरुआत 1 मई साल 1998 में हुआ थी वहीं दूसरे चरण की शुरुआत मई साल 2005 में हुआ था. यह केबल कार प्रति घंटे 600 पर्यटकों को अपहरवत पर्वत तक ले जाती है. इस राइड की फीस प्रति व्यक्ति 740 रुपये और 950 रुपये है.
गोल्फ कोर्स
ब्रिटिश शासन काल के दौरान साल 1904 में यहां गोल्फ कोर्स की स्थापना की गई. यह भारत का सबसे लंबा गोल्फ कोर्स है. समुद्र तल से इसकी ऊंचाई तकरीबन 8700 फीट है.
टंगमर्ग
अगर आपको ट्रेकिंग का शौक है तो आपको गुलमर्ग के टंगमर्ग जाना चाहिए. यहां अक्सर पर्यटक ट्रेकिंग करने आते हैं. यहां किराए पर गर्म कपड़े और जूते मिलते हैं.
गुलमर्ग विंटर फेस्टिवल
सर्दियों में यहां विंटर फेस्टिवल का आयोजन कराया जाता है. जिसमें पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संगीत, साहित्य और कई तरह के खेलों का आयोजन कराया जाता है. इसकी शुरुआत साल 2003 में हुई थी.
कब जाएं
गुलमर्ग घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से जून तक है. ठंडी के मौसम में जाने पर यहां बर्फबारी और गुलमर्ग विंटर फेस्टिवल देखने को मिलेगा वहीं मार्च से जून के बीच जाने पर तापमान और जलवायु अनुकूल रहती है.
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