(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jharkhand Board 10th Result: JAC मैट्रिक का रिजल्ट हुआ जारी; पाकुड़ जिले में रहा सबसे खराब रिजल्ट
JAC Matric Results: झारखंड एकेडमिक काउंसिल के मैट्रिक का रिजल्ट जैक की ऑफिशियल साईट जारी कर दिया गया.
JAC Jharkhand Board 10th Result: इस साल झारखंड बोर्ड दसवीं में पाकुड़ जिले का प्रदर्शन सबसे खराब रहा. यहां से कुल 63.98 स्टूडेंट्स ही पास हुए. सबसे खराब प्रदर्शन के मामले में दूसरे नंबर पर रहा लातेहार, यहां के कुल 64.67 प्रतिशत स्टूडेंट्स ही परीक्षा पास कर पाए.
झारखण्ड बोर्ड 10वीं का रिजल्ट आज दोपहर बाद एक बजे जारी कर दिया गया. जैक मैट्रिक का रिजल्ट राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो जारी किया. इस समय बोर्ड के अध्यक्ष भी मौजूद रहे. सभी स्टूडेंट्स झारखंड बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट जैक की ऑफिशियल वेबसाइट से चेक कर सकेंगें.
झारखण्ड बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट को यहां करें चेक
झारखंड एकेडमिक काउंसिल {जैक} के मैट्रिक का रिजल्ट हर वर्ष की तरह इस साल भी ऑनलाइन माध्यम से बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जायेगा. जो स्टूडेंट्स कक्षा दसवीं की परीक्षा में शामिल हुए थे. वे अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट jacresults.com या jac.jharkhand.gov.in पर चेक कर सकेंगे.
कितने छात्र –छात्राओं ने दी परीक्षा
इस साल यानी 2020 में झारखंड बोर्ड के दसवी कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 0387021 स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ था. जिसमें से करीब 03.86 लाख स्टूडेंट्स ने कक्षा दसवीं की परीक्षा दी थी. आज इन परीक्षार्थियों का रिजल्ट जारी होने वाला है.
कब हुई थी झारखण्ड बोर्ड 10वीं की परीक्षा
झारखण्ड बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा लॉकडाउन के पहले ही संपन्न हो गई थी. इस साल यह परीक्षा 11 फरवरी 2020 को शुरू हुई थी तथा 28 फरवरी 2020 को ख़त्म हो गई थी. दसवीं की परीक्षा एक ही शिफ्ट अर्थात पहली शिफ्ट में आयोजित की गई. पहली शिफ्ट सुबह 9:45 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक होती थी. इस साल दसवीं कक्षा की परीक्षा करीब 03.86 लाख स्टूडेंट्स ने दी है.
नकल विहीन परीक्षा के लिए किये गए ये इंतजाम
झारखण्ड बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा को नक़ल विहीन बनाने के लिए अनेक इंतजाम किए थे. इसके लिए 940 परीक्षा केंद्र बनाए गए. परीक्षा के दौरान कक्ष निरीक्षकों की कमी न होने पाए इसके लिए पुख्ता इंतजाम किये थे. झारखण्ड बोर्ड की दसवीं की परीक्षा लॉकडाउन के पहले यानी 28 फरवरी को ही समाप्त हो गई थी. परन्तु बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन वैसे तो मार्च माह में शुरू होना था परन्तु लॉकडाउन के कारण मूल्यांकन का कार्य जून माह में शुरू हुआ. जिसके कारण रिजल्ट आने में देरी हो रही है.