Jharkhand में 4 साल से लापता हैं 372 बच्चे, हैरान और परेशान करने वाले हैं ये आंकड़े
Jharkhand News: झारखंड में 171 लड़के और 201 लड़कियां ऐसी हैं, जिनका 4 साल से कोई सुराग नहीं मिल सका है. लापता हुए बच्चों के परिजन परेशान हैं.
Jharkhand Childrens Missing Data: झारखंड (Jharkhand) से चौंकाने और परेशान करने वाले आंकड़े सामे आए हैं. राज्य में जनवरी 2017 से अक्टूबर 2021 तक 2727 बच्चे लापता हुए हैं. इनमें 1114 लड़के (Boys) और 1613 लड़कियां (Girls) हैं. इनमें से अब तक 943 लड़के और 1412 लड़कियों को झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने बरामद किया है. वहीं, अब भी 171 लड़के और 201 लड़कियां ऐसी हैं, जिनका 4 साल से कोई सुराग नहीं मिल सका है. लापता हुए बच्चों के परिजन परेशान हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
लापता बच्चों को लेकर जिलावार आंकड़ों पर गौर करें तो रांची 55, खूंटी 15, गुमला 35, सिमडेगा 18, लोहरदगा 11, पूर्वी सिंहभूम 86, पश्चिम सिंहभूम 9, सरायकेला 6, पलामू 14, लातेहार 6, गढ़वा 5, हजारीबाग 10, रामगढ़-एक, कोडरमा 6, चतरा 5, गिरिडीह 10, धनबाद 9, बोकारो 8, दुमका 4, गोड्डा 6, जामताड़ा 3, देवघर 7, साहिबगंज 18 और पाकुड़ से 6 के अलावा रेल धनबाद से एक और रेल जमशेदपुर के क्षेत्र के 4 बच्चे शामिल हैं. लापता हुए बच्चों का परिवार परेशान है और परिजन पुलिस थानों के चक्कर काट रहे हैं.
2017 में लापता हुए बच्चों के आंकड़ों पर गौर करें सर्वाधिक बच्चे सिमडेगा में 56, गुमला में 50 लापता हुए थे. वहीं, पूर्वी सिंहभूम में 47, कोडरमा में 37, पलामू में 36, गिरिडीह में 33, खूंटी में 29 और रांची से 23 बच्चे लापता हुए थे. इसी तरह 2018 में गुमला में 58, पूर्वी सिंहभूम में 50, गिरिडीह में 39, रांची में 37 और पलामू में 30 बच्चे गायब हुए थे. 2019 में पूर्वी सिंहभूम में 75, हजारीबाग में 59, सरायकेला में 52, गिरिडीह में 45, पलामू और सिमडेगा में 40-40, रांची में 37 और गुमला में 36 बच्चे गायब हुए थे. वर्ष 2020 में पूर्वी सिंहभूम और लोहरदगा में 58-58, गिरिडीह में 47, गुमला में 45, खूंटी में 37 और रांची के 24 बच्चे गायब हुए. वहीं 2021 में जनवरी से अक्टूबर तक गुमला में 58, पलामू में 39, पूर्वी सिंहभूम में 36, खूंटी में 33, गिरिडीह में 30 और रांची में 27 बच्चे गायब हुए.
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