Jharkhand New: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ के बीच 31 जनवरी को इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि ऐसी आशंका पहले से जताई जा रही थी कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है तो उन्होंने इसके पहले नए सीएम के नाम की भी घोषणा कर दी थी. चंपई सोरेन से पहले जेएमएम के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हेमंत सोरेन एक मजबूत नेता के तौर पर देखे जाते रहे हैं. ऐसे में उनकी गिरफ्तारी से गठबंधन की सरकार के कमजोर होने के भी कयास लग रहे हैं. तो क्या वास्तव में मौजूदा सरकार पर इसका असर पड़ेगा? एबीपी के लिए सीवोटर ने अपने सर्वे में झारखंड की जनता यह सवाल भी पूछा है. जानते हैं सर्वे में क्या दिया झारखंड के लोगों ने जवाब...


सी वोटर के त्वरित सर्वे में हिस्सा लेने वाले 39 फीसदी लोगों ने कहा कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और इस्तीफे से झारखंड में गठबंधन सरकार कमजोर हो जाएगी, जबकि 43 फीसदी ने अपना जवाब 'नहीं' में दिया. वहीं, 18 फीसदी का जवाब 'कह नहीं सकते' था. 


यह सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि झारखंड में गठबंधन की सरकार में 48 विधायक हैं. लेकिन जब सीएम चंपई सोरेन ने विधायकों के समर्थन का दावा करने वाला वीडियो शेयर किया था तो केवल 43 विधायक ही मौजूद थे. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद भी इनकी संख्या 47 रहनी चाहिए थी फिर भी यह संख्या 43 थी क्योंकि 4 विधायक सर्किट हाउस नहीं पहुंचे थे. इनमें हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन भी थीं.


क्या हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और इस्तीफे से झारखंड में गठबंधन सरकार कमजोर हो जाएगी?                                                    


हां-                                 39%                               
नहीं-                               43%   


कह नहीं सकते-                18%          


(Disclaimer:बिहार-झारखंड में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक पारा गर्म है. इसी मुद्दे पर abp न्यूज़ के लिए C-VOTER ने त्वरित सर्वे किया है. इस सर्वे में 1 हजार 299 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 3 फरवरी 2024 को किया गया. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसद है.)   


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