Jharkhand News: झारखंड में शराब और जमीन घोटाला मामले में ईडी लगातार छापेमारी कर रही है. ऐसे में अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जल्द ही आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कार्रवाई कर सकती है. रघुवर सरकार में मंत्री रहे अमर कुमार बाउरी, रणधीर कुमार सिंह, डॉ. नीरा यादव, लुइस मरांडी और नीलकंठ सिंह मुंडा को एसीबी पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगा. बता दें कि, इन सभी पूर्व मंत्रियों के खिलाफ अलग-अलग पांच पीई (प्रीलिमिनरी इंक्वायरी) दर्ज की गई है.
हर पीई की जांच के लिए अलग-अलग डीएसपी नियुक्त किए गए हैं. एसीबी ने नोटिस जारी करने से पूर्व सभी पर लगे आरोपों से संबंधित उपलब्ध दस्तावेजों, की जांच शुरू कर दी है. इन सभी पूर्व मंत्रियों से कौन-कौन से प्रश्न पूछे जाएंगे और जांच कैसे की जाएगी, इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है. बता दें कि इन पांचों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ जांच की स्वीकृति 26 जुलाई को कैबिनेट की बैठक में मिली थी. इन पर आरोप है कि मंत्री रहते हुए साल 2014 से 2019 के बीच 200 से 1100% तक संपत्ति अर्जित की. पीई में इन पूर्व मंत्रियों पर आरोपों की पुष्टि होने पर एसीबी सरकार से केस दर्ज करने की अनुमति मांगेगी.
मंत्रियों की आय में हुई इतनी बढ़ोतरी
बता दें कि, जिस पीआईएल के दस्तावेजों के आधार पर एसीबी ने पूर्व मंत्रियों से जुड़े मामले की प्रारंभिक जांच की थी, उसमें कहा गया है कि, साल 2014 में अमर बाउरी की संपत्ति 7.33 लाख थी, जो 2019 में 89.41 लाख हो गई. इसी तरह रणधीर कुमार सिंह की ओर से 2014 में घोषित 78.92 लाख की संपत्ति साल 2019 में बढ़कर 5.06 करोड़ हो गई. पांच सालों के दौरान नीरा यादव की संपत्ति 80.59 लाख से बढ़कर 3.65 करोड़, लुईस मरांडी की संपत्ति 2.25 करोड़ से बढ़कर 9.06 करोड़, नीलकंठ सिंह मुंडा की संपत्ति 1.46 करोड़ से बढ़कर 4.35 करोड़ हो गई. आंकड़ों के मुताबिक इन पूर्व मंत्रियों की संपत्ति में सिर्फ पांच सालों में 200 से लेकर 1100 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई थी.