Jharkhand News: राज्यपाल के निर्देश के बाद रांची पुलिस ने उपद्रवियों के पोस्टर चिपकाए, बाद में गलती बताकर उतारा
Ranchi Violence: राज्यपाल रमेश बैस ने डीजीपी और अन्य अधिकारियों से पूछा था कि रांची में हुई हिंसा को लेकर पुलिस के पास क्या खुफिया सूचना थी और इसके आधार पर उन्होंने ऐहतियाती कार्रवाई क्यों नहीं की?
Ranchi Violence News: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस के उपद्रवियों के होर्डिंग्स लगवाने के निर्देश के बाद, मंगलवार शाम को रांची पुलिस ने दस जून को हुई व्यापक हिंसा के कथित उपद्रवियों के पोस्टर जारी कर दिये और उन्हें कुछ स्थानों पर चस्पा भी करवा दिया. लेकिन थोड़ी देर बाद ही टाईप संबंधी गलती बताकर उन्हें उतरवा भी लिया. पुलिस ने कहा कि उनमें सुधार कर बुधवार सुबह फिर पोस्टर जारी किये जाएंगे.
टाइप संबंधी पर पोस्टर उतरवाए
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता ए वी होमकर ने बताया कि राज्यपाल के निर्देश के अनुसार शाम को रांची पुलिस ने चिह्नित उपद्रवियों की तस्वीर के साथ पोस्टर बनवाकर जारी किये थे, लेकिन कुछ देर बाद ही उनमें कुछ टाइप संबंधी गलतियों की जानकारी होने पर उन्हें वापस ले लिया गया है. उन्होंने बताया कि अब इन पोस्टरों को ठीक कर पुलिस कल सुबह जारी करेगी.
अधिकारियों को राजभवन तलब किया
इससे पहले रांची में हिंसा और उपद्रव करने वालों लोगों की पहचान करके उनकी तस्वीर और नाम पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवाने के राज्यपाल के निर्देश के बाद प्रशासन ने उनके पोस्टर बनाकर उसे शहर के चौक-चौराहों पर लगाने की पूरी तैयारी कर ली. बाद में शाम को इन्हें जारी भी कर दिया. सोमवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक के अलावा अपर महानिदेशक अभियान संजय आनंद लाटकर, रांची के उपायुक्त छवि रंजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा को राज्यपाल ने इस मामले में राजभवन तलब किया था.
राज्यपाल ने पूछा, ऐहतियाती कार्रवाई क्यों नहीं की?
राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार को पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों से पूछा था कि रांची में हुई हिंसा और उपद्रव को लेकर पुलिस के पास क्या खुफिया सूचना थी और इसके आधार पर उन्होंने ऐहतियाती कार्रवाई क्यों नहीं की थी? राज्यपाल ने निर्देश दिया था कि रांची में शुक्रवार (10 जून) को सड़कों पर हिंसा और उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरों और नाम-पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवाएं, जिससे आम नागरिक इनके बारे में पुलिस को सूचना दे सकें.