Amarnath Yatra 2023: कश्मीर में लगातार बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा शनिवार को भी दूसरे दिन भी रोक दी गई है. श्रद्धालुओं को आधार शिविर बालटाल और पहलगाम से आगे नहीं जाने दिया गया. इससे दोनों बेस कैपों में दस हजार से अधिक श्रद्धालु फंसे हुए हैं. यात्रा को लेकर प्रशासन लगातार दिशा-निर्देश जारी कर रहा है. ऐसे में अमरनाथ की यात्रा पर निकले जमशेदपुर के यात्री पंचतरणी में फंस गए हैं. बता दें कि, टाटानगर से गए मगन लाल शर्मा ने एबीपी न्यूज को बताया कि, हमने बहुत अच्छी तरह से वैष्णो देवी का दर्शन किया. शिवपुरी का दर्शन किया और पिछले तीन दिन से हम लोग बेस कैंप पंचतरणी में फंसे हुए हैं.
यहां पर लंगर की अच्छी व्यवस्था है. 5000 लोग इस कैंप में हैं. इस बेस कैंप में आर्मी के जवान, आईटीबीपी के जवान सभी लोग काफी अच्छी तरह से सहयोग कर रहे हैं, लेकिन साइन बोर्ड और सिविल पुलिस की भूमिका अच्छी नहीं है. यहां पर कई लोग बीमार हो रहे हैं. वहीं कितने लोगों के पहले से हुए रेल, बस, फ्लाइट के टिकट छूट जा रहे हैं, क्योंकि जो प्राइवेट हेलिकॉप्टर है वह 800 रुपये अधिक लेकर लोगों को ले जा रहा है. उन्होंने आगे बताया कि, इस काम में सिविल पुलिस पूरी तरह से फेल हो गई है. सभी लोग बहुत परेशान हैं. हमारी फ्लाइट का टिकट, हेलिकॉप्टर का टिकट सब बेकार हो जा रहा है.
ट्रैक पर इकट्ठा हुआ मलबा
यहां पर बर्फबारी हो रही है. सिविल पुलिस सभी लोगों को टेंट में रहने के लिए कह रही है, लेकिन ले जाने की व्यवस्था में पूरी तरह से स्थानीय प्रशासन फेल है. मगन लाल शर्मा ने आगे बताया कि, टिकट ब्लैक हो रहे हैं. हेलिकॉप्टर के लिए जो ज्यादा पैसे दे रहे हैं, पहले उन्हें ले जाया जा रहा है. वहीं मगन लाल शर्मा के अलावा और भी यात्रियों ने इस बात की पुष्टि की है. बता दें कि, जमशेदपुर के लगभग 100 यात्री इस बेस कैंप में फंसे हैं. मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते बालटाल आधार शिविर से पवित्र गुफा की ओर जाने वाले रास्ते पर रेलपथरी जेड मोड़ पर भूस्खलन हो गया था. ट्रैक पर तेज बहाव के साथ पानी अपने साथ कीचड़ और पत्थर ले आया. इसके चलते ट्रैक पर मलबा इकट्ठा हो गया. यात्रा मार्ग पर फंसे हुए कई यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए चलाया गया बचाव अभियान देर शाम तक जारी रहा.