Jharkhand News: झारखंड बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि कुछ अफसर बैक डोर से अपने रिश्तेदारों को नौकरी दिला रहे हैं. जमीन-जायदाद, कोयला-बालू-पत्थर की लूट से पेटभर रहे ऐसे कुछ लोगों ने पद का दुरुपयोग कर झारखंड के योग्यताधारी बेरोजगारों का हक मारने का गंभीर अपराध किया है. हेमंत सोरेन के कार्यकाल में बिना किसी डर के ये पदाधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.
इसके साथ ही धौंस देकर अपने परिवार वालों को सरकारी-गैर सरकारी महत्वपूर्ण संस्थानों में पिछले दरवाजे से महत्वपूर्ण नौकरी दिलवा रहे हैं. मरांडी ने शुक्रवार को कहा कि एक ओर जहां झारखंड के युवा शिक्षित बेरोजगार नौकरी की उम्मीद में दर-दर भटक रहे हैं, दूसरी और कुछ बेईमान अफसरों ने हेमंत राज में पद का दुरुपयोग किया है.
हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
दरअसल इससे पहले बीजेपी नेता ने ट्वीट कर कहा था कि, 'हेमंत सोरेन जी का स्पष्ट सिद्धांत है, जो बात से न माने उसे मुकदमों से मनवाओ. पत्रकार "खोजी पत्रकारिता" कर रहा है फर्जी मुकदमा करो. कोई आरटीआई आवेदन कर रहा है- फर्जी मुकदमा करो. कोई भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहा है- फर्जी मुकदमा करो. कोई सरकार का विरोध कर रहा हो-फर्जी मुकदमा करो. किसी से निजी खुन्नस/भड़ास हो- फर्जी मुकदमा करो. न्यायालय में यह सभी मुकदमे पीट जाते हैं. पुलिस की दुर्गति हो जाती है. जनता इन्हें "फर्जी मुकदमा मुख्यमंत्री" कहती है. मुख्यमंत्री जी याद रखिएगा कर्म प्रधान विश्व करी राखा, जो तस करहीं सो तस फल चाखा.'
'भ्रष्टाचारियों को बचाने की कोशिश'
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने एक अन्य ट्वीट कर कहा कि, 'हमारे पड़ोस में उड़ीसा सरकार भ्रष्टाचार के आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त कर रही है और यहां हमारे झारखंड में एक्सीडेंटल राजकुमार भ्रष्टाचारियों पर FIR दर्ज करने को भी तैयार नहीं है. उल्टे भ्रष्टाचार को छिपाने और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिये देश के मंहगे वकीलों पर जनता की गाढ़ी कमाई का करोड़ों रुपया खर्च कर रहे हैं. इसे कहते हैं चोर की दाढ़ी में तिनका.'