Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान सीएम ने विभिन्न थानों में दर्ज अपराधों की सजा की दर कम होने पर चिंता जाहिर की. उन्होंने प्रदेश की पुलिस को सख्त लहजे में कहा कि सरकार बेहतर पुलिसिंग के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी, लेकिन गलत काम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की जरूरत नहीं है.
‘4 से 5 साल पुराने केस लंबित ना हो’
सीएम हेमंत सोरेन ने कानून व्यवस्था को लेकर की गई समीक्षा बैठक के दौरान डीसी और एसपी को निर्देश दिए है कि चार से पांच साल पुराने केस लंबित नहीं होने चाहिए. इसके अलावा सीएम सोरेन ने शराब और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए. वहीं सक्रिय अपराधियों और अपराधिक गिरोह को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए सरकार गंभीर है. कोयला, बालू, लौह अयस्क और पत्थर के खनन को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाए. सीएम ने जिला टास्क फोर्स को और अधिक प्रभावी बनाने का निर्दश दिया है.
आपासी तालमेल से उग्रवाद का सफाया
सीएम सोरेन ने कहा कि झारखंड को देश के उग्रवाद प्रभावित राज्यों में माना जाता है लेकिन बेहतर पुलिसिंग की वजह से उग्रवाद का बहुत हद तक सफाया हो चुका है. वहीं उन्होंने सभी डीसी और एसपी को निर्देश दिया है कि उनका आपस में तालमेल होना जरूरी है ताकि कानून व्यवस्था को और ज्यादा मजबूती मिल सके.
बाबूलाल मरांडी ने साधा निशाना
सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम बाबूलाल मंराडी ने ट्वीट कर लिखा, 'आज अखबारों में खबर है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की है. इस बैठक में अधिकारियों से उन्होंने कहा कि गैरकानूनी काम बर्दाश्त नहीं है.बताईये भला, जो व्यक्ति स्वयं अवैध कारोबार का सरदार हो,जो व्यक्ति खुद एवं खुद के परिवार और "पारिवारिक मित्रों" के साथ मिलकर राज्य को लूटने में कोई कसर बाकी नहीं रखा हो, जिस व्यक्ति ने अपने विधायक प्रतिनिधि के माध्यम से अरबों रुपये की अवैध कमाई की हो, हर विभाग में अनियमितता, भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया हो, अपराधियों की मेहमान नवाजी में अधिकारियों को लगाया (दाहू यादव प्रत्यक्ष उदाहरण है जो फ़रार है फिर भी रोज क्राइम कर रहा है) वही व्यक्ति अधिकारियों से कह रहा है कि अपराध रोकिए - अवैध काम रोकिए. “किस सलीक़े से मता-ए-होश हम खोते रहे , गर्द चेहरे पर जमी थी, आइना धोते रहे, धन्य है “सोरेन राज”.'