Jharkhand News: झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने भारतीय राजनीति के वर्तमान परिदृश्य में विपक्षी दलों की हैसियत को लेकर तंज कसा है. उन्होंने शुक्रवार को अपने ट्वीट में विपक्ष पार्टियों की सोच और रीति नीति पर सवाल उठाए हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि विरोधी दलों के नेता बौखलाए हुए हैं. विपक्षियों को यह समझने की जरूरत है कि केवल पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ गोलबंदी करने से कुछ नहीं होगा. बीजेपी को हराने के लिए जिस सियासी समझ और दूरदर्शिता की जरूरत है, वो विपक्षी खेमे में नहीं है.
बीजेपी नेता बाबूलला मरांडी ने अपने ताजा ट्वीट में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विरुद्ध विपक्षी गोलबंद हो रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि उनका उद्देश्य क्या है? नीति क्या है? नीयत कैसी है और नेता कौन है? इस प्रश्नों को लेकर विपक्ष का जवाब है- कुछ नहीं बताएंगे, बस मोदी जी को हराएंगे. दरअसल, बीजेपी सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर प्रहार होने की वजह से लूट पर लगाम लग गया है. पिछले नौ सालों के दौरान पीएम ने पारदर्शी व्यवस्था बनाने का काम किया है. उनके इस प्रयास का नतीजा है कि वर्तमान में बिचौलियों और दलालों के बुरे दिन आ गए हैं. विपक्षी नेता बौखलाए गए हैं. वास्तिवकता यह है कि राष्ट्र की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले जनप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अभी देश में कोई विकल्प ही नहीं है.
'लव जिहाद का सेफ जोन बन चुका है झारखंड'
एक अन्य ट्वीट में बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि लव जिहाद के लिए सबसे सेफ जोन बन चुके झारखंड में एक और नाबालिग बेटी षड्यंत्र का शिकार बन गई. खलारी थाना की एक दलित नाबालिग पूजा को नाम बदलकर गोलू अंसारी ने पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया. फिर धोखे में रखकर शादी की. शादी के कुछ दिनों के अंदर ही नाबालिग लड़की मां बन गई. उसके बाद से गोलू लगातार पूजा का शोषण करता रहा और अपने घर ले जाने के नाम पर आनाकानी करता रहा. वो नाबालिग लड़की पर धर्मांतरण का दबाव बनाता रहा. उसके इस हरकत से परेशान पिछले कई दिनों से पूजा काफी तनाव में थी. पूजा धर्मांतरण और सामाजिक लोक लाज का दबाव नहीं झेल पाई और खुद की जिंदगी समाप्त कर ली.
'सामाजिक ताने बाने को समाप्त होने से बचाइए'
इस घटना के बाद उन्होंने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं बार-बार आपसे कह रहा हूं, झारखंड में लव जिहाद के जड़ें काफी मजबूत हो चुकी हैं. संताल से लेकर राज्य के सभी हिस्सों में ऐसे षड्यंत्रकारी एक्टिव हैं, जो आदिवासी, दलित नाबालिगों को शिकार बना रहे हैं. ऐसे तत्वों को अंतरराष्ट्रीय स्तर से फंडिंग हो रही है. ये षड्यंत्रकारी झारखंड की अस्मिता और सामाजिक ताने बाने को समाप्त करने को तुले हैं. आप के ऊपर राज्य की जिम्मेवारी (Hemant Soren) है, अपना कर्तव्य निभाइए. ऐसे तत्वों को चिह्नित करते हुए इनका पालन-पोषण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कीजिए.