Uniform Civil Code News: झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने समान नागरिक संहिता लागू करने के पक्ष में अपनी राय रखी है. बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को कहा कि छद्म धर्मनिरपेक्ष लोग समान नागरिक संहिता पर सवाल उठा रहे हैं. ऐसे लोग भारतीय संविधान व बाबा भीमराव अंबेडकर पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, राज्य पूरे भारत में सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर ने इन सिद्धांतों को भारतीय संविधान की विशेषताओं के तौर पर वर्णित किया था.
लोगों में असुरक्षा का भाव
बाबूलाल ने कहा कि कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के कारण व्यापारी और महिलाओं में असुरक्षा का भाव है. हर रोज रेप, हत्या, रंगदारी की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनती है. प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन के आसपास के लोग एक के बाद एक भ्रष्टाचार के आरोपों में फंस चुके हैं. झारखंड की गरीब जनता की सरकारी दफ्तरों में काम कराने के बदले अनाप-शनाप पैसे मांगे जा रहे हैं. कहीं कोई विकास का काम नहीं हो रहा. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सिर्फ झारखंडियों को आपस में लड़ाओ, समाज में तनाव पैदा करो और अपने परिवार का राज कायम रखो की नीति पर झामुमो काम कर रहा है.
विपक्ष मुस्लिम समुदाय को बरगला रहा
गौरतलब है कि हाल ही में मध्य प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिकता संहिता को लेकर कहा था कि जब एक ही परिवार में दो अलग-अलग कानून नहीं चल सकते तो एक विशाल देश कैसे अलग-अलग कानूनों से चल सकता है. उन्होंने यह भी कहा था कि मौकापरस्त राजनीतिक पार्टियां अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए मुस्लिम समुदाय को बरगला रही हैं. उन्होंने कहा कि यदि तीन तलाक सही होता तो पाकिस्तान, इंडोनेशिया और सऊदी अरब जैसे देशों ने इसपर रोक नहीं लगाई होती. वहीं झारखंड में रांची से बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि समान नागरिकता संहिता आकर रहेगी. कोई भी इसे रोक नहीं सकता है.