Jharkhand Politics: बाबूलाल मरांडी का CM हेमंत सोरेन पर बड़ा हमला, बोले- 'रामभक्तों पर कहर बरपाने वाली राजनीति घातक...'
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को जमकर घेरा है. उन्होंने कहा कि पुलिस बदले की भावना से हिन्दुवादी नेताओं को परेशान कर रही है. बदले की यह राजनीति बहुत घातक सिद्ध होगी.
Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने एक बार फिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर हमला बोला है. बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा, 'जमशेदपुर में मंदिरों पर हमले का प्रतिकार करने वाले रामभक्तों पर हेमंत सरकार कहर बरपा रही है. स्थानीय मंत्री के दबाव में जबरी मामला बनाया गया और पीड़ितों को ही दंगाई बताया गया.'
बदले की भावना का लगाया आरोप
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम सोरेन पर निशाना साधते हुए आगे कहा, 'जिन दंगाइयों ने रामनवमी के पुण्य अवसर पर मंदिरों पर हमले किए उनपर हुजूर बहुत मेहरबान हैं. पूर्वाग्रह से ग्रस्त जमशेदपुर की पुलिस बदले की भावना से हिन्दुवादी नेताओं को परेशान कर रही है. बदले की यह राजनीति बहुत घातक सिद्ध होगी. हिंदू समाज के प्रतिनिधियों को प्रताड़ित करने से हिंदुओं का हौसला नहीं टूटेगा. हिंदू विरोध की यह राजनीति एक दिन जमीदोंज होगी.
9 अप्रैल को जमशेदपुर में हुई थी हिंसा
गौरतलब है कि जमशेदपुर में कदमा के शास्त्री नगर ब्लॉक-3 और 2 में 9 अप्रैल को 3 घंटे तक बवाल हुआ था. उस दिन शाम 6 बजे अचानक हथियार से लैस होकर एक समुदाय के लोग पीपलधारी जटाधारी मंदिर पर पहुंच गए थे. इन सभी का चेहरा ढंका हुआ था. मंदिर पहुंचते ही इन लोगों ने वहां रखी कुर्सियां तोड़नी शुरू कर दी. इसके साथ ही मंदिर कमेटी के लोगों के साथ मारपीट की. इसके बाद दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए. थोड़ी देर बाद फायरिंग होने लगी और दोनों ओर से ईंट-पत्थर चलने लगे.
61 लोगों को किया गया था गिरफ्तार
स्थिति को नियंत्रण में करने पुलिस पहुंची तो उन पर भी हमला किया गया. पुलिस लगातार भीड़ को रोकने की कोशिश करती रही, लेकिन दूसरी तरफ से लगातार पथराव जारी रहा. माहौल शात होते ही सोमवार को पुलिस ने 61 लोगों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस के अनुसार, जिस तरीके से उपद्रव को अंजाम दिया गया वह बिल्कुल सुनियोजित था. राजनीतिक दलों से लेकर ऑटो चलाने और गैरेज में काम करने वालों तक का नाम प्राथमिकी में आया है. इसी को लेकर अब बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है.