Jharkhand Politics: बाबूलाल मरांडी का CM हेमंत सोरेन से सवाल, पूछा- 'पैरवी के लिए दिल्ली के बड़े वकीलों को कहां से पैसा...'
Ranchi: बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन से पूछा कि, अपने बेहिसाब जमीन-जायदाद और अपने शागिर्दों-राजदारों को बचाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग क्यों हो रहा है मुख्यमंत्री जी?
Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने एक बार फिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर हमला बोला है. बता दें कि, लोकसभा चुनाव से पहले लगातार सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच बीजेपी नेता ने सीएम सोरेन पर तीखा प्रहार करते हुए सवाल किया कि, भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए दिल्ली के वकीलों से पैरवी कराने के लिए पैसा कहां से जा रहा है.
दरअसल, बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि, 'भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिये दिल्ली के भारी भरकम वकीलों से पैरवी कराने का पैसा किसके कोष से जा रहा है मुख्यमंत्री जी? अपने बेहिसाब जमीन-जायदाद और अपने शागिर्दों-राजदारों को बचाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग क्यों हो रहा है मुख्यमंत्री जी? राजधानी रांची, देवघर, पलामू, धनबाद समेत पूरे प्रदेश में जमीन माफियाओं ने तांडव मचाया है, किसकी शह और सांठगांठ से मुख्यमंत्री जी? कोयला, लोहा, पत्थर समेत कई प्राकृतिक खनिजों की चोरी-डकैती हो रही है, पुलिस मूकदर्शक और हिस्सेदार बनी है किसकी सहमति से मुख्यमंत्री जी?'
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिये दिल्ली के भारी भरकम वकीलों से पैरवी कराने का पैसा किसके कोष से जा रहा है मुख्यमंत्री जी?
— Babulal Marandi (@yourBabulal) July 3, 2023
अपने बेहिसाब जमीन - जायदाद और अपने शागिर्दों - राजदारों को बचाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग क्यों हो रहा है मुख्यमंत्री जी?
राजधानी रांची,…
CM सोरेन अपने ऊपर लगे आरोपों पर चुप क्यों?
इससे पहले बीजेपी नेता ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, 'लोग कहते हैं कि हेमंत सोरेन जी अपने ऊपर लगे आरोपों को सुनकर चुप हो जाते हैं. मुस्कुराते हैं, लेकिन कुछ बोलते नहीं. मैं सोचता हूं कि वो बोलेंगे भी तो क्या? उनका पारिवारिक मित्र अमित जेल में है, उनका प्रतिनिधि और संताल का सुपर सीएम पंकज जेल में है, उनका एक शागिर्द (महादलाल) प्रेम जेल में है, अभी कईयों राजदार ईडी के रडार पर हैं जो जेल जाने की अपनी बारी के इंतजार में हाफ रहे हैं.'