Jharkhand Politics: हेमंत सोरेन पर भड़के बाबूलाल मरांडी, बोले- 'आदिवासी दिवस' के नाम पर CM ने मनाया 'सोरेन राजपरिवार दिवस'
Ranchi: बाबूलाल मरांडी ने कहा, झारखंड की जनता अपने महान विभूतियों का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. अगले चुनाव में आदिवासी समाज इनके किये की सजा देकर इन्हें सबक सिखायेगी.
Jharkhand News: झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित आदिवासी दिवस समारोह में झारखंड के वीर शहीदों, महान क्रांतिकारियों का अपमान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि समारोह के प्रचार-प्रसार में करोड़ों रुपये खर्च किये गये, लेकिन पोस्टर बैनर में राज्य के महान विभूतियों सिदो-कान्हु, चांद-भैरव, तिलका मांझी, भगवान बिरसा मुंडा को कोई जगह नहीं दी गयी. आदिवासी दिवस के नाम पर सोरेन राजपरिवार दिवस मनाया गया. उन्होंने कहा कि सत्ता के अहंकार में जब सत्ताधारी वीर क्रांतिकारियों का तिरस्कार करने लगें, तो उसका पतन सुनिश्चित है.
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह सोरेन राजपरिवार के डायरेक्टरशिप में चल रहे झामुमो की ऐसी ही नीयत है. आदिवासी महोत्सव और जीवन दर्शन की झलकियों के नाम पर रांची की सड़कों पर आदिवासियों की जमीन लूट हड़प कर अरबपति बननेवाले पिता-पुत्र अपनी झलकियां दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता अपने महान विभूतियों का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. अगले चुनाव में आदिवासी समाज इनके किये की सजा देकर इन्हें सबक सिखायेगी.
दो दिनों से देख रहा हूँ कि आदिवासी दिवस अवसर पर सरकारी कार्यक्रमों के पोस्टर, बैनर और देशव्यापी करोड़ों के विज्ञापनों में झारखंड के महान वीर आदिवासी क्रांतिकारियों सिदो-कान्हू, चॉंद-भैरव, तिलका मॉंझी, वीर भगवान बिरसा मुंडा जैसे विभूतियों को कोई जगह नहीं दी गई है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 10, 2023
आदमी सत्ता के…
कांग्रेस पर बोला हमला
वहीं बीजेपी के प्रदेश महामंत्री व मुख्यालय प्रभारी डॉ प्रदीप वर्मा ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के बयान पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दृष्टिकोण शुरू से क्यों ही आदिवासी विरोधी रहा है. कांग्रेस पार्टी ने आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक समझा. कांग्रेस पार्टी की गलत नीतियों के कारण ही आदिवासी समाज आजाद भारत में लंबे समय तक विकास की मुख्य धारा में नहीं जुड़ पाया. अलग राज्य के आंदोलन को भी कुचलने की हर संभव कोशिश कांग्रेस पार्टी ने की.
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