Jharkhand Election 2024: झारखंड में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. मौजूदा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मंराडी (Babulal Marandi) भी चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच बीजेपी ने झारखंड के लिए कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की है. बीजेपी ने यह जिम्मेदारी पूर्व सांसद रविंद्र कुमार राय (Ravindra Kumar Ray) को दी है. उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. नियुक्ति की घोषणा आज यानी 26 अक्टूबर को की गई है. 


रविंद्र राय की नियुक्ति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और पिछले दिनों उनकी नाराजगी को लेकर चल रही चर्चा को और हवा दे दी है. क्या किसी नाराजगी के कारण रविंद्र कुमार राय की नियुक्ति हुई है? इस सवाल पर अब बाबूलाल मरांडी का जवाब आ गया है. मरांडी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''स्वाभाविक है कि अब हम खुद चुनाव लड़ रहे हैं और हमारा अपना व्यस्त कार्यक्रम है, ऐसे में हमारे पुराने साथी को केंद्र द्वारा मनोनीत किए जाने से बेहतर क्या हो सकता है. किसी तरह की नाराजगी का कोई सवाल ही नहीं है. यह कोई डैमेज कंट्रोल नहीं है. हम सभी मिलकर झारखंड में 51 से अधिक सीटें जीतेंगे."






बता दें कि पिछले दिनों जब रविंद्र राय की नाराजगी की चर्चा चल रही थी तब कहा जा रहा था कि वह जेएमएम ज्वाइन कर सकते हैं. बाद में रविंद्र कुमार ने खुद बयान जारी कर कहा है कि यह केवल अफवाह है. वह बीजेपी के एक निष्ठावान कार्यकर्ता हैं. 


कहां से टिकट मांग रहे थे रविंद्र राय?


2019 में बीजेपी ने रविंद्र राय को  लोकसभा का टिकट नहीं दिया था तो उस वक्त भी उनकी नाराजगी सामने आई थी. वह झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. वह कोडरमा से बीजेपी के लोकसभा सांसद रहे हैं. रविंद्र राय ने बीच में बीजेपी छोड़ दी थी लेकिन बाद में वह मतभेद भुलाकर वापस बीजेपी में शामिल हो गए थे.  उधर, बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची में बाबूलाल मरांडी को धनवार से टिकट दिया है. इस वक्त वह अपने चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. वहीं, रविंद्र राय के बारे में ऐसी चर्चा थी कि वह गिरीडीह से टिकट मांग रहे थे. 


ये भी पढ़ें- रघुवर दास के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, बहू पूर्णिमा दास के प्रचार का लगा आरोप