Jharkhand Politics: बाबूलाल मरांडी ने सीएम सोरेन को बतायाा आयोग्य और अक्षम, बोले- 'उन्होंने अपने स्वार्थ और फायदे के लिए...'
Jharkhand: बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए उन्हें आयोग्य और अक्षम बताया है. साथ ही उन्होंने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का आभार जताया है.
Babulal Marandi Target CM Hemant Soren: झारखंड (Jharkhand) के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने एक बार फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर निशाना साधते हुए उन्हें आयोग्य और अक्षम बताया है. साथ ही सोशल मीडिया पर उन्होंने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने स्वार्थ और फायदे के लिए आदिवासियों के असतित्व के साथ सौदा कर दिया है.
उन्होंने कहा कि वोट बैंक के कारण स्थानिय नेताओं की मदद से संस्थाल परंगना में घुसपैठियों ने वहां की परंपरा और संस्कृति को मिटाने का काम किया है. "उन्होंने कहा राज्यपाल ने आदिवासियों की पीड़ा और वेदना को सुना है, लेकिन राज्य का चूना हुआ आयोग्य मुख्यमंत्री गूंगा, बहरा बना बैठा है." वहीं एक लाल डायरी पर चर्चा करते हुए बाबूलाल मरांडी ने पूछा कि आखिर ये "लाल डायरी का मकड़जाल क्या है."
बाबूलाल मरांडी ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि झारखंड में भी केंद्रीय एजंसियों को लाल डायरी मिली है. छत्तीसगढ़ में भी लाल डायरी मिली है. दिल्ली शराब घोटाले में भी सीबीआई को ऐसी ही लाल डायरी मिली. अब राजस्थान के बर्खास्त मंत्री कह रहे हैं कि अगर मैं लाल डायरी खोल दूं तो सीएम अशोक गहलोत जेल में होंगे. बाबूलाल मरांडी ने पत्रकार साथियों से मदद की बात करते हुए कहा कि इस लाल डायरी का पता लगाया जाए की ये क्या है. ये लोग इस डायरी पर क्यों इतना विश्वास करते हैं.
वहीं बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान झारखंड के राज्यपाल ने चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि बंग्लादेशी घुसपैठिए तेजी के साथ झारखंड में प्रवेश कर रहे हैं. यहीं नहीं उन्होंने कहा था कि घुसपैठिए जनजातीय समाज की महिलाओं से शादी कर रहे हैं. जो जनजातीय समुदाय के लिए खतरे की बात है. उन्होंने कहा कि आज आदिवासियों की परंपरा और रिवाजों को बचाने की सख्त जरूरत है.