Babulal Soren On JMM: झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन ने जेएमएम पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. बाबूलाल सोरेन ने कहा कि जेएमएम में पिता चंपाई सोरेन के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची, इसलिए बीजेपी में जाने का फैसला किया.


बाबूलाल सोरेन ने कहा, "तीन अगस्त को उनका इस्तीफा मांगा गया. नियम तो कहता है, आपलोगों को पता है कि सरकारी प्रोटोकॉल होता है. जो सीएम रहता है वही विधायक दल का मीटिंग बुलाता है. कोई फोन करके बोलता है कि वो कुछ नहीं है. बहुत सारी प्रतिक्रियाएं आईं.'' 


'न्यूज 18 झारखंड' से बातचीत में चंपाई सोरेने के बेटे ने कहा, ''ज्यादा नहीं बोलूंगा लेकिन बहुत दुख की बात है कि जो झारखंड राज्य आंदोलन के लिए लड़ा, मजदूरों की लड़ाई लड़ी. तो निश्चित तौर पर आदरणीय शिबू सोरेन, चंपाई सोरेन के नेतृत्व में झारखंड राज्य के लिए आंदोलन हुआ. लेकिन पार्टी को सोचना चाहिए कि उनकी उम्र कितनी है. शिबू सोरेन और चंपाई सोरेन की उम्र कितनी है. हम सभी लोग शॉक हो गए कि इस तरह से क्यों हुआ? "


इसके साथ ही उन्होंने कहा, "पिताजी ने तीन तारीख को पूरी मीडिया के माध्यम से जनता के बीच में अपनी बात रखी कि मैं संन्यास ले लूंगा लेकिन जनता नहीं मानी. दूसरा विकल्प सोचा था कि नई पार्टी बनाएंगे, उसके बाद तीसरा ऑप्शन था कि कोई रास्ते में अगर अच्छा मित्र मिलेगा, जो जनता और आदिवासियों के बारे में सोचेगा तो निश्चित तौर पर उसके साथ चलेंगे."


क्या बाबूलाल सोरेन लड़ेंगे विधानसभा चुनाव?


विधानसभा चुनाव कहां से लड़ेंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''देखिए आज बीजेपी की सदस्यता लूंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की राय क्या होगी? वो किस तरह का हमलोगों को काम देंगे या पार्टी का प्रोटोकॉल किस तरह से रहेगा. अगर मुझे विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका मिलता है तो हम भारी मतों से विजय हासिल करेंगे. कौन सी सीट पसंद है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं तो पूरे प्रदेश का दौरा करते रहता हूं. जहां से पार्टी मौका देगी, उसी सीट से लड़ूंगा.''


ये भी पढ़ें: रामदास सोरेन ने ली मंत्री पद की शपथ, झारखंड आंदोलन के समय कई बार हुए थे गिरफ्तार