Jharkhand News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की झारखंड (Jharkhand) इकाई ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के इस्तीफे को लेकर रविवार को कहा कि यह तो होना था क्योंकि जनता दल यूनाइटेड (JUDU) अध्यक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad) दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. बीजेपी की झारखंड इकाई के प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा, ‘‘बिहार की राजनीति में इस तरह के घटनाक्रम का अनुमान पहले से ही था. मुझे आश्चर्य है कि नीतीश कुमार जैसे अनुभवी और ईमानदार नेता उनके (महागठबंधन) के साथ इतने लंबे समय तक कैसे टिके रहे.’’


मरांडी ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘‘व्यक्ति का स्वभाव और हस्ताक्षर कभी नहीं बदलता’’ और इसका एहसास नीतीश कुमार को इतने लंबे समय बाद हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार और लालू प्रसाद दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. एक भ्रष्टाचार का पर्याय है.''


वंशवाद की राजनीति में गले तक डूबे हैं लालू प्रसाद - मरांडी
बीजेपी नेता ने कहा, ''नीतीश जी देश के उन चुनिंदा नेताओं में से एक हैं जो अपनी ईमानदारी के लिए पहचाने जाते हैं. वह न तो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और न ही वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं. इसके विपरीत, लालू प्रसाद भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति में गले तक डूबे हुए हैं.’’


भावना में बहकर बयान देना आम बात- मरांडी
नीतीश कुमार के बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बीजेपी के साथ फिर से जुड़ने के बजाय ‘‘मरना पसंद करेंगे’’, इसको लेकर मरांडी ने कहा कि भावना में बहकर इस तरह के बयान देना आम बात है लेकिन नीतीश कुमार का ऐसा मतलब कभी नहीं था.  बीजेपी पर जेडीयू  को ‘‘विभाजित’’ करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कुमार वर्ष 2022 में महागठबंधन में शामिल हो गए थे. उन्होंने महागठबंधन के साथ नई सरकार बनाई, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और तीन वामपंथी दल शामिल थे.


ये भी पढ़ें- JPSC Recruitment 2024: लंबे इंतजार के बाद झारखंड PCS का विज्ञापन जारी, इतने पदों पर निकली भर्ती, जानें- पूरी डिटेल्स