Ranchi News: झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन एक बार फिर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चे में हैं. इस बार उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा जो एक धर्म विशेष के साथ किया जा रहा है उसमें सबको नुकसान है. अगर हमारे 20 फीसदी घर बंद होंगे तो हिंदुओं के 80 फीसदी घर बंद हो जाएंगे. उन्होंने कहा, 'अगर ज्यादा डिस्टर्ब करेंगे तो हमारे 20 घर बंद होंगे, हिंदुओं के 70-80 फीसदी घर बंद हो जाएंगे.'
भाजपा ने की हफीजुल हसन की बर्खास्तगी की मांग
मंत्री हफीजुल हसन ने यह बयान पिछले बुधवार को झारखंड के गढ़वा के बालिका मध्य विद्यालय में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद मीडिया को समक्ष दिया. इस बयान के बाद झारखंड में राजनीति गरमा गई है. झारखंण्ड बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने उनके बयान की कड़ी निंदा करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री से उन्हें तुरंत बर्खास्त करने की मांग की. उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति सामाजिक स्तर पर साम्प्रदयिक विद्वेष फैलाने के लिए राज्य को नफरत की आग में झोंक रहा है.
मंत्री पद पर बने रहने लायक नहीं हसन
उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए बराबर होता हैं, आप यदि गलत कर रहे हैं तो कानून यह नहीं देखता कि वह हिन्दू है या फिर मुस्लिम. मंत्री ने आज अपने बयान से यह जाहिर कर दिया है कि वह हिन्दू और मुश्लिम दोनों को अलग-अलग नजरिये से देखते हैं. उन्होंने कहा कि हफीजुल ने एक मंत्री होने के नाते संविधान में आस्था की शपथ खायी है कि किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे, लेकिन मंत्री के व्यवहार ने बता दिया है कि वह मंत्री बने रहने के लायक नहीं हैं. ऐसे व्यक्ति को अविलंब बर्खास्त कर देना चाहिए. गौरतलब है कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुए अतिक्रमण को लेकर मंत्री हफीजुल हसन मीडिया के समक्ष अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे.
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