Jharkhand: नक्सलियों ने गुमला में थाने का एक हिस्सा विस्फोट से उड़ाया, पूर्व सीएम बोले- ये सूचना तंत्र की विफलता
Jharkhand News: नक्सलियों ने गुमला में विस्फोट कर थाने के नवनिर्मित भवन के एक हिस्से को उड़ा दिया है. भाजपा नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने इसे सरकारी सूचना तंत्र की विफलता बताया है.
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Jharkhand BJP Reaction Over Naxalites Blast in Police Station: माओवादी नक्सलियों (Naxalites) ने गुमला (Gumla) के कुरुमगढ़ (Kurumgarh) थाने के नवनिर्मित भवन के एक हिस्से को विस्फोट कर उड़ा दिया है. हालांकि, इस भवन में थाना अभी शिफ्ट नहीं हुआ था. घटना गुरुवार रात की है. पुलिस शुक्रवार को घटनास्थल पर पहुंची है. फिलहाल पुलिस (Police) ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. इस बीच भाजपा ने इस पूरे मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोल दिया है.
सरकारी सूचना तंत्र की विफलता
नक्सलियों की तरफ से इस तरह की घटना को अंजाम दिए जाने के बाद भाजपा नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने इसे सरकारी सूचना तंत्र की विफलता बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'जब झारखंड में पुलिस के थाने भी सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेंगे?'
जब झारखंड में पुलिस के थाने भी सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेंगे?
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 26, 2021
नक्सलियों ने छोड़ा पर्चा
बता दें कि, नक्सलियों ने अपने शीर्ष नेता प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के खिलाफ 23 से 25 नवंबर तक चार राज्यों में बंद बुलाया था. बंद के आखिरी दिन उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है. माओवादियों ने भवन के पास एक पर्चा भी छोड़ा है, जिसमें लिखा गया है कि पोलित ब्यूरो सदस्य किशन दा और नारी मुक्ति संघ की नेत्री शीला दी सहित अन्य साथियों की गिरफ्तारी के विरोध में ये प्रतिशोधात्म कार्रवाई की गई है.
50-60 की संख्या में पहुंचे थे नक्सली
बताया गया है कि गुरुवार की देर रात 50-60 की संख्या में नक्सली यहां पहुंचे थे. इसके पहले 20 नवंबर को भी नक्सलियों की तरफ से बुलाए गए बंद के दौरान बरकाकाना-लातेहार रेलखंड और टाटा-चक्रधरपुर रेलखंड में कुछ रेल पटरियां उड़ा दी गई थीं.
नहीं दिखा बंद का असर
पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सतर्कता और चौकसी से नक्सलियों के चार दिनों के बंद का चाईबासा, गुमला, लोहरदगा, पलामू सहित कुछ जिलों के ग्रामीण इलाकों को छोड़ बाकी जगहों पर कोई असर नहीं दिखा.
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